प्रदेश में भ्रष्टाचार का कितना बड़ा बोलबाला है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं, कि भाजपा के 13 जिला पंचायत सदस्यों को अपनी ही सरकार के खिलाफ प्रदेश कार्यालय में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ा है।
दरअसल उत्तरकाशी जनपद के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजलवान पर बीते कुछ समय से वित्तीय अनियमितताओं के मामले में एसआईटी जांच कर रही थी। एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। जिसमें वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि हुई है। इसी को लेकर भाजपा के सभी जिला पंचायत सदस्य प्रदेश कार्यालय पर पहुंचे जहां उन्होंने विरोध प्रदर्शन का मन बनाया और रेड कारपेट बिछाकर धरने पर बैठ गए। किसी तरह प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उन्हें समझा-बुझाकर 2 दिन का आश्वासन दिया। तब जाकर जिला पंचायत सदस्यों ने प्रदर्शन रोक दिया।
मीडिया से मुखातिब जिला पंचायत सदस्य पवन पवार ने अपनी ही सरकार पर बड़ा और गंभीर आरोप लगाया है की कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजलवान को सरकार का संरक्षण है। इसी लिए अध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने साफ आरोप लगाया है कि सरकार में बड़ा मैनेजमेंट किया जा रहा है। मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस विषय में वार्ता करेंगे। किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।