मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देश के बाद उत्तराखंड में अवैध मदरसों के खिलाफ प्रशासन का अभियान जारी है। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, विकासनगर शहरों के साथ-साथ ही उधमसिंहनगर जिले में अवैध मदरसों को सील किया जा रहा है।
विदित हो कि धामी सरकार ने पिछले 15 दिनों में प्रदेशभर में 50 से अधिक मदरसों को सील किया जा चुका है। उधमसिंहगर जिले के सितारगंज में संचालित अवैध मदरसों को सील किया जा रहा है।
मंगलवार को भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन की टीम ने 17 मदरसों की जांच शुरू की। मान्यता के बिना घरों में चल रहे 10 अवैध मदरसों को सील किया गया है। उपजिलाधिकारी खटीमा रविन्द्र बिष्ट, तहसीलदार पूजा शर्मा, सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में सितारगंज, किच्छा, नानकमत्ता, खटीमा, झनकइया थानों में तैनात पुलिस बल, पीएसी समेत सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा तहसील की राजस्व विभाग की टीम ने मदरसों की चैकिंग अभियान चलाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देश के बाद उत्तराखंड में अवैध मदरसों के खिलाफ प्रशासन का अभियान जारी है। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, विकासनगर शहरों के साथ-साथ ही उधमसिंहनगर जिले में अवैध मदरसों को सील किया जा रहा है। विदित हो कि धामी सरकार ने पिछले 15 दिनों में प्रदेशभर में 50 से अधिक मदरसों को सील किया जा चुका है। उधमसिंहगर जिले के सितारगंज में संचालित अवैध मदरसों को सील किया जा रहा है।
मंगलवार को भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन की टीम ने 17 मदरसों की जांच शुरू की। मान्यता के बिना घरों में चल रहे अवैध मदरसों को सील किया गया है। उपजिलाधिकारी खटीमा रविन्द्र बिष्ट, तहसीलदार पूजा शर्मा, सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में सितारगंज, किच्छा, नानकमत्ता, खटीमा, झनकइया थानों में तैनात पुलिस बल, पीएसी समेत सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा तहसील की राजस्व विभाग की टीम ने मदरसों की चैकिंग अभियान चलाया।
मदरसे मान्यता के बिना संचालित होते मिले, जिसके बाद पुलिस-प्रशासन की ओर से ऐक्शन लिया है। जिला प्रशासन ने संचालकों से दस्तावेज मांगे। दस्तावेज व मान्यता नहीं मिलने पर सील करने की कार्रवाई की गई।
हालांकि किसी मदरसे में बच्चे व स्टॉफ नहीं मिले। मदरसों को सील करने की कार्रवाई के दौरान भारी भीड़ जमा रही। इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए अवैध मदरसे को सील कर दिया।
सील करने से पहले से मदरसों के दस्तावेज भी मांगे गए थे, लेकिन मदरसों को संचालित करने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं होने की वजह से अवैध मदरसों को सील कर दिया। दस्तावेज नहीं दिखा पाने पर नोटिस देते हुए सील कर प्रशासन के ताले लगा दिये।
काशीपुर में बिना पंजीकरण के चल रहे आठ मदरसे सील
काशीपुर में अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बिना पंजीकरण चल रहे आठ मदरसों को सील कर दिया। टीम को तीन मदरसे चलते नहीं मिले। वहीं एक मदरसे में स्कूल संचालित होने पर शिक्षा विभाग को जांच के आदेश दिये गये।
एसडीएम अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस के साथ टीम मंगलवार को अल्ली खां पहुंची। वहां बिना पंजीकरण चल रहे मदरसा फैजुल उलूम का किसी संस्था व विभाग से पंजीकरण प्राप्त नहीं हुआ। मदरसे का संचालन कर रहे लोगों ने पंजीकरण की जानकारी नहीं दी। एसडीएम ने मदरसे को तत्काल सील कर दिया। मदरसा गोसिया गुजाहिबुल उलूग पाकिजा कॉलोनी जसपुर खुर्द, मदरसा तालीम-उल कुरान लालपुर, मदरसा इस्लामिया अरबिया जफर उलूम बाबरखेड़ा, मदरसा गुलशन-ए-रजा बाबरखेड़ा, मदरसा अरबिया सिद्दीक उल-उलूम थाना साबिक, मदरसा अरबिया बनातुल मुस्लिमीन मौ. अल्लीखाँ, मदरसा अनवार उल-उलूम थाना साबिक में भी टीम को जांच में कोई पंजीकरण नहीं हुआ। कार्रवाई करते हुए उनको सील कर दिया गया। मदरसा शमशुल उलूम गौ० अल्लीखां में मौके पर स्कूल संचालित मिला, जिस बाबत शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया है।
मदरसा अरबिया फैजाने-मुस्तफा शिवलालपुर अमरझंडा में मौके पर खंडहर टीन शेड था, जिसमें मदरसा चलता नहीं मिला। इस्लामिया जरबिया जाबार उल-उलूम, बाबरखेड़ा में मदरसा का संचालन बंद मिला। मदरसा खानकाहे नूरिया जामिया बनाते रजबिया विजयनगर नई बस्ती में भी मौके पर मदरसा चलता नहीं मिला।