उत्तराखंड के एक गांव में आजादी के बाद पहली बार सड़क का निर्माण तो हो रहा है पर सड़क गांव के लोगो के लिए विनाश लेकर आती प्रतीत हो रही है। जिसका कारण है सड़क निर्माण के चलते भारी वाहनों से होने वाली कंपन से घरों में दरारें आनी शुरू हो गई है। जिससे लोगो के सामने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो गया है।
जिस सड़क के बनने का इंतजार गांव के ग्रामीण कर रहे थे और जब सड़क उनके गांव तक पहुंची तो ग्रामीण बेहद खुश हुए। आखिर खुश होते भी नहीं क्यूं नही, आजादी के बाद पहली बार गांव तक सड़क पहुंच रही है। इस सड़क को बनवाने के लिए ग्रामीण कई सालों से संघर्ष कर रहे थे, लेकिन आपको यह सुनकर हैरानी होगी यही सड़क अब ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन चुकी है। सड़क के बनने से गांव के ग्रामीण घर छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं, क्योंकि सड़क कटने के बाद उनके घर दरकने लगे हैं।
आइए हम आपको बताते हैं कि सड़क बनने के बाद ग्रामीण अपने घर छोड़ने को क्यों मजबूर हो रहे हैं यह मामला डोईवाला विधानसभा के इठरना कॉलवन मोटर मार्ग का है। जहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत कॉलवन मोटर मार्ग का निर्माण कार्य किया जा रहा है और कई गांव को जोड़ते हुए यह मार्ग टिहरी के कुखई होते हुए गढ़वाल में पहुंचेगा, लेकिन कार्यदाई संस्था की मनमानी के चलते ग्रामीण बेहद नाराज हैं। गांव वालों का कहना है कि वह मोटर मार्ग के बनने का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन कार्यदाई संस्था ने सड़क बनने से पहले जो वादे ग्रामीणों से किए थे वह एक भी पूरे नहीं किए। पहाड़ कटिंग से गांव के रास्ते बंद हो गए और यह पहाड़ लगातार दरक रहे हैं। इन पहाड़ों के दरकने से मकानों में दरारें और उनके घर के आगे की जमीन धंसने लगी है। बिजली के खंभे टूट गए जिससे पिछले नौ महीने से ग्रामीण बिजली को भी तरस गए हैं और कई कई महीने तक गांव में बिजली नहीं रहती है।
यही हाल पानी का भी है ग्रामीण दूर से पानी लाने को मजबूर हैं और सबसे बड़ी और दुखद बात ये है कि रोड कटिंग के मलबे को खेतों में फेंका जा रहा है और यह मलवा पानी के साथ खेतों में जमा हो गया है जिससे उनकी फसल चौपट हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि कई दर्जन गांव के कनेक्टिंग मार्ग खत्म हो गए हैं फसलें चौपट हो गई है पानी की समस्या पैदा हो गई है और कई कई दिन तक बिजली गायब रहती है और इन गंभीर समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने सभी अधिकारियों और क्षेत्रीय विधायक से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया। अब हार कर ग्रामीण पूरे गांव को छोड़ने का मजबूर हो रहे हैं।
वही जनप्रतिनिधियों का कहना है कि इस मोटर मार्ग से ग्रामीणों का रोजगार खत्म हो गया है रास्ते बंद हो गए हैं और कई मकान गिरने के कगार पर आ गए हैं इसके बाद भी कार्यदाई संस्था ग्रामीणों की सुध नहीं ले रही है और अब हार कर ग्रामीण बड़ा आंदोलन छेड़कर सड़क मार्ग के कार्य को रुकवाने तक की बात कह रहे हैं।
पूरे मामले पर विधायक ब्रज भूषण गैरोला ने बताया की उन्होंने भी कॉलवन क्षेत्र का भ्रमण किया और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना वहीँ उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्था की लापरवाही देखने को मिली है और उन्होंने कार्यदाई संस्था के खिलाफ जिलाधिकारी और उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया है और कार्यदाई संस्था के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।