उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के पुलभट्टा में पुलिस ने तीन करोड़ की स्मैक के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। कुमाऊं में स्मैक तस्करी की यह अभी तक की सबसे बड़ी खेप मानी जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने रविवार को इस मामले का खुलासा करते हुए पूरे मामले की जानकारी दी है।
मणिकांत मिश्रा ने बताया कि शनिवार रात को पुलभट्टा के थाना प्रभारी रवीन्द्र सिंह बिष्ट की अगुवाई में पुलिस टीम द्वारा ड्रग फ्री देवभूमि अभियान के तहत शंकर फार्म के पास वाहनों की सघन जांच अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान वैगनार कार संख्या यूपी 14 सीएफ 9528 को रोका गया और उसकी तलाशी ली गयी तो 1.058 किलोग्राम स्मैक बरामद की गयी।
कार में सवार तीनों अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह बरामद स्मैक को उप्र के फतेजगंज, पश्चिमी बरेली निवासी रिफाकत से खरीद कर लाये हैं और सितारगंज बेचने के लिये ले जा रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों में आसमा और खुर्शीद पकड़े गए हैं। दोनों अलीखां मोहल्ला हजरत नगर, काशीपुर, ऊधम सिंह नगर और सानू निवासी मोहल्ला अंसारी, वार्ड नंबर-08, रामकटोरी, फतेहगंज, पश्चिमी बरेली, उत्तर प्रदेश का निवासी है। आसमा और खुर्शीद पति-पत्नी हैं।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के अनुसार रिफाकत शातिर किस्म का अपराधी है और वह पत्नी रेशमा के साथ कई बार जेल की हवा खा चुका है। रिफाकत नशे का बड़ा कारोबार करता है और उसके द्वारा स्मैक की बड़ी खेप ठाकुरद्वारा पहुंचायी जाती है। आरोपी रिफाकत पर पश्चिमी बरेली के फतेहगंज में विभिन्न अपराधों में 15 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी है।
गिरफ्तारी आरोपी खुर्शीद का आपराधिक इतिहास है और उस पर भी ऊधम सिंह नगर जिले में तीन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस को गिरफ्तार आरोपियों से मादक द्रव्य तस्करों से अहम जानकारी हाथ लगी है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गयी है। बरामद स्मैक की कीमत तीन करोड़ रूपये से अधिक आंकी गयी है।