हरिद्वार के चंडी घाट पर नहाते समय पैर फिसलने के बाद गंगा में बहे बरहैनी निवासी दो कांवड़ियों का 60 घंटे के बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ तथा गोताखेर टीमों ने नदी के 25 किमी के एरिये को सर्च कर लिया है बावजूद उसके अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है। लेकिन परिजनों को अभी भी उम्मीद है कि उनके दोनों बच्चों की रक्षा भोले बाबा करेंगे।
बता दें कि बीती 31 जुलाई की रात को ग्राम बरहैनी क्षेत्र से करीब 40 कांवडियों का जत्था हरिद्वार गंगाजल लेने के लिये रवाना हुआ था। ये जत्था गुरूवार की सुबह 8 बजे हरिद्वार पहंुच गया था। दोपहर करीब 12 बजे हरिद्वार के चंडी घाट पर नहाने के दौरान वीरेंद्र शर्मा, अभय मौर्य और वैभव नहा रहे थे कि इनका पैर फिसल गया था जिसमें ये तीनों कांवड़िये गंगा के तेज बहाव में बहने लगे थे जिस पर इनका साथी सुनील सैनी ने छलांग लगा दी जिसके हाथ में वैभव का हाथ आ गया और सुनील वैभव को बाहर निकाल लाया लेकिन वीरेंद्र और अभय पानी के साथ बह गये थे।
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस व एसडीआरएफ की टीमों ने सर्च अभियान चलाया था लेकिन दोनों का कुछ पता नहीं चला था। लापता चल रहे अभय मौर्य के चाचा अरविंद कुमार ने बताया कि दोनों युवकों के परिजनों को चिंता खाये जा रही है लेकिन भोले बाबा पर भरोसा भी है कि उनके बच्चे सही सलामत वापिस आयेंगे। उन्होंने बताया कि पहले ही दिन से एसएसपी और पुलिस टीमें पूरी मेहनत से बच्चों को ढूंढने में लगी है।
उन्होंने बताया कि अभी तक टीमों ने 25 किमी का एरिया सर्च कर लिया है लेकिन कुछ पता नहीं चला है। उन्होंने बताया कि पुलिस स्पेशल वोट और ड्रोन की मदद से भी बच्चों को तलाश रही है। उन्होंने लोगों से भी दुआ करने की अपील की है। वहीं पुलिस का कहना है कि दिन रात एक कर पुलिस की टीमें अपना काम कर रही है।