Wednesday, May 14, 2025

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किराएदार ने खाली नहीं की दुकान तो मकान मालिक ने चलवाया बुलडोजर, लोग लूट ले गए सामान

यूपी के आगरा में ट्रांसयमुना फेस वन (एत्मादुद्दौला) में हेरीटेज स्कूल के सामने मंगलवार की सुबह किराएदार से फिल्मी अंदाज में दुकान खाली कराई गई। पहले मजदूरों ने हथौड़े चलाए। किराएदार ने विरोध किया तो पुलिस उठाकर ले गई। उसके बाद बुलडोजर आया। दुकान जमींदोज कर दी। लाखों की स्टेशनरी जनता लूटकर ले गई। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो चोरी का मुकदमा लिखकर लीपापोती कर दी गई। सवाल यह उठ रहा है कि पुलिस चौकी से महज 150 मीटर दूर किसकी शह पर खुली गुंडई हुई।

घटना सुबह करीब साढ़े छह बजे की है। ट्रांसयमुना कालोनी सी ब्लाक निवासी अवनीश मिश्रा ने बताया उन्होंने कई साल पहले राजेश कुमारी से किराए पर दुकान ली थी। पवन बुक एंड स्टेशनरी के नाम से दुकान चलाते थे। पिछले दिनों राजेश कुमारी के बेटे विवेक कुमार ने उनसे दुकान खाली करने को कहा। उन्होंने कुछ समय मांगा। उसने रातों रात दुकान खाली कराकर दिखाने की धमकी दी। वह कोर्ट चले गए। सुबह के समय टहलते हुए दुकान के पास आए थे। दुकान की छत पर चार मजदूर चढ़े हुए थे। हथौड़े चला रहे थे। विवेक कुमार अपने साथियों के साथ मौके पर मौजूद था। यह देख वह घबरा गए। 112 नंबर पर फोन किया। अपने बड़े भाई ज्योतिषाचार्य अरविंद मिश्रा को फोन किया। तब तक पुलिस भी आ गई।

पुलिस उसे व आरोपित विवेक कुमार को को थाना एत्मदुद्दौला ले गई। वहां दोनों को थाने में बैठा दिया। दूसरी तरफ आरोपियों ने बुलडोजर चलाकर दुकान को ढहा दी। उसके बड़े भाई ने वीडियो बनाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उनके दो मोबाइल छीन लिए। दुकान ढहने के बाद लोग लाखों का सामान लूटकर ले गए। गल्ले में ही डेढ़ लाख रुपये रखे थे। पूर्वाह्न करीब साढ़े ग्यारह बजे पुलिस ने उसे थाने से छोड़ा। वह मौके पर आया तो दुकान गायब थी। मलबा पड़ा था।

यह मामला दोपहर को पुलिस आयुक्त के संज्ञान में पहुंचा। उन्होंने मुकदमा लिखने के निर्देश दिए। पुलिस ने पीड़ित अवनीश मिश्रा की तहरीर पर विवेक कुमार, ठेकेदार पृथ्वी सिंह, पवन चौधरी और सलोनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमा मामूली मारपीट, चोरी, और गाली-गलौज की धारा के तहत लिखा गया है।

आखिर कहां था चौकी का स्टाफ

पूरे घटनाक्रम के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि इंस्पेक्टर एत्मादुद्दौला देवेंद्र दुबे का कहना है कि चौकी इंचार्ज ट्रांसयमुना धनंजय सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दी जा रही है। प्रथम दृष्टया उसकी लापरवाही उजागर हुई है। सवाल यह उठ रहा है कि चौकी पर तैनात अन्य पुलिस कर्मियों ने बुलडोजर क्यों नहीं रोका। 112 की सूचना पर जो पुलिस कर्मी आए उन्होंने थाना पुलिस को वास्तविक प्रकरण की जानकारी क्यों नहीं दी।

विवेक का एक भाई है बदमाश

पीड़ित अवनीश मिश्रा का आरोप है कि विवेक कुमार का एक भाई अमित जाट बदमाश है। अलीगढ़ से जेल जा चुका है। दीपावली के निकट उसने तत्कालीन ट्रांसयमुना चौकी प्रभारी के खिलाफ मुकदमा लिखाया था। घर में दबिश देकर पकड़े जुआरियों को छोड़ने का आरोप लगा था। दरोगा को बचाने के लिए पुलिस ने अमित से समझौता किया। अब उसके भाई की मदद की।

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