झारखंड में गोड्डा जिले के महागामा की कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह एक अलग रंग में दिखीं। जर्जर एनएच बनाने की मांग को लेकर महिला विधायक कीचड़ के बीचों-बीच सड़क पर बैठ कर लोटा लेकर गंदे पानी से स्नान करने लगीं। कांग्रेस विधायक के साथ उनके अन्य समर्थक भी धरना पर बैठ गये और सड़क को जाम कर दिया। जिसके बाद आनन-फानन में स्थानीय प्रशासन की ओर से गड्ढे में डस्ट का भरकर मरम्मति का काम शुरू किया गया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
वहीं सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि इस नेशनल हाईवे का स्टेट पथ निर्माण विभाग रख-रखाव करता है। इसका पैसा केंद्र सरकार ने 75 करोड़ रुपये छह महीने पहले दे रखा है। दरअसल, एनएच-133 महागामा विधानसभा क्षेत्र में बारिश के मौसम में सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बन गये और यह तालाब में तब्दील हो गया है। इस सड़क पर आये दिन लगातार हादसे हो रहे हैं। इससे नाराज कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह बुधवार सुबह मौके पर पहुंचीं और पानी से भरे कमर भर गड्ढे में जाकर धरने पर बैठ गयीं। इस दौरान उन्होंने लोटा लेकर गंदे पानी से स्नान कर अपना विरोध भी दर्ज कराया।
विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि इस एनएच सड़क की मरम्मति और रखरखाव केंद्र सरकार द्वारा किया जाना है। लेकिन स्थानीय बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को क्षेत्र की जनसमस्याओं से कोई मतलब नहीं हैं, वे दिल्ली से प्लेन से देवघर पहुंचते हैं और सिर्फ उन्हीं स्थानों पर जाते हैं, जहां उन्हें लड़ाई बढ़ाने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि जब तक इस जर्जर सड़क की हालात नहीं सुधरेगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा। इधर, बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने ट्वीट कर कहा – ‘महगामा की कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ धरना पर बैठी हैं, इस नेशनल हाईवे का स्टेट पथ निर्माण विभाग रख-रखाव करता है। इसका पैसा केंद्र सरकार ने 75 करोड़ 6 महीने पहले दे रखा है।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि पथ निर्माण जिसके मंत्री हेमंत सोरेन हैं, के लापरवाही या कमीशन खोरी के कारण नहीं बन पा रहा है। इसके पहले भी कांग्रेस महगामा दिग्घी पथ पर धान रोप चुकी हैं, मैंने उस दिन भी कहा था कि यह राज्य सरकार का रोड है, कल ही इस पथ का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया, विधायक जी साथ थीं।’
निशिकांत दुबे ने एक और ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार के पथ परिवहन मंत्रालय को राज्य सरकार पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एनएच-133 का पैसा महगामा बाराहाट को दे दिया, टेंडर हो गया, तो सीएम हेमंत सोरेन ने कमीशनखोरी के कारण काम क्यों नहीं शुरू किया, कांग्रेस को मुख्यमंत्री को हटाने का यह मुद्दा को नहीं मिला?। दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक के धरना पर बैठने की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन की ओर से तुरंत जेसीबी भेजकर गड्ढे को भरने का काम शुरू कर दिया गया।