गणपति विसर्जन के लिए आए श्रद्धालुओं में से तीन युवकों के कोसी नदी के तेज बहाव में बहने कई घंटे बाद भी युवकों का कोई पता नहीं चला, वही युवकों की तलाश करने के लिए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पुलिस और प्रशासन के साथ साथ एनडीआरएफ की टीम लगातार प्रयास कर रही है। युवकों की जानकारी नहीं मिलने से परिजनों का बुरा हाल है तो वही क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि शनिवार को काशीपुर के गड्ढा कॉलोनी के श्रद्धालु भगवान श्री गणेश की मूर्ति को सुल्तानपुर पट्टी में कोसी नदी में विसर्जित करने के लिए आए थे। जहां भगवान गणेश की मूर्ति को विसर्जित करने के उपरांत दक्ष, नागेश, विकास और हिमांशु कोसी नदी में नहाने लगे कि नदी के तेज बहाव में चारों युवक बह गए। वही चीख पुकार सुनकर मौके पर मौजूद लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद हिमांशु को कोसी नदी से सही सलामत बाहर निकाल लिया, जबकि दक्ष, नागेश और विकास नदी के तेज बहाव में बह गए हैं।
घटना की सूचना मिलते ही काशीपुर, बाजपुर और उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ साथ एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। जहां पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम द्वारा युवकों की तलाश की जा रही है। वही युवकों के कोसी नदी में बहने के करीब 20 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस और एनडीआरएफ की टीम को कोई सुराग नहीं मिला। इस दौरान बाजपुर तहसीलदार अक्षय कुमार ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया और बच्चो की जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम लगातार बच्चों की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि पानी का बहाव काफी तेज था जिसके चलते अभी तक बच्चों का पता नहीं चल पाया है।