एक व्यक्ति की नगर पालिका का चुनाव लड़ने की ख्वाहिश ने मासूम बच्ची से उसके पिता का नाम छीन लिया। यही कारण है कि आज भी कोई अन्य व्यक्ति उस बच्ची का दस्तावेजों में पिता बना हुआ है। बच्ची के पिता द्वारा दस्तावेजों में की गई धोखाधड़ी की सूचना के बाद एक व्यक्ति ने नगर पालिका में शिकायत कर मामले की जांच की मांग की है, जिसके बाद नगर पालिका प्रशासन द्वारा मामले की जांच की जा रही है। वही अगर नगर पालिका प्रशासन ने मामले में बिना दबाव के जांच और बच्ची को उसके दस्तावेजों में उसके असली पिता का नाम दर्ज करवा दिया तो बच्ची के पिता का चुनाव लड़ने का सपना सपना ही रह जाएगा।
किसी ने सच ही कहा है कि राजनीति में इंसान अपनी सारी हदें पार करने के लिए तैयार रहता है। ऐसा ही एक मामला उधम सिंह नगर के गदरपुर नगर पालिका क्षेत्र में सामने आया है। जहां एक व्यक्ति ने नगर पालिका का चुनाव लड़ने की तैयारी के चलते अपनी बेटी को कागजों में अपना नाम तक नहीं दिया। इतना ही नहीं उक्त व्यक्ति ने साजिश के तहत किसी अन्य व्यक्ति को अपनी बेटी का सरकारी दस्तावेजों में पिता बना दिया। वहीं इसी को लेकर गदरपुर निवासी किसी अन्य व्यक्ति ने मामले की शिकायत नगर पालिका को की।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर नगर पालिका प्रशासन द्वारा मामले में जांच की जा रही है, वही इतना ही नहीं क्षेत्र के एक निजी अस्पताल के संचालक ने बच्ची के पिता पर उसके अस्पताल के फर्जी दस्तावेज बनाकर नगर पालिका में लगाने की लिखित शिकायत भी की है। जिसके बाद नगर पालिका के अधिकारी बच्ची के दस्तावेजों की जांच कर रहे है।
इस दौरान शिकायतकर्ता ने नगर पालिका के अधिकारियों से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र को निरस्त करते हुए बच्ची के जन्मप्रमाण पत्र में उसके असली पिता का नाम दर्ज करने के साथ साथ फर्जी दस्तावेज लगाने वाले व्यक्ति पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की है। साथ ही शिकायतकर्ता ने जल्द कार्यवाही नहीं होने पर मामले की शिकायत कुमाऊं कमिश्नर से करने की भी बात कही है।