शहर कोतवाली क्षेत्र में 16 वर्षीय छात्रा से गैंगरेप की खबर फर्जी निकली। पुलिस जांच में पता चला कि जिस किशोरी के साथ दुष्कर्म की बात कही गई, वो निजी होटल के बेसमेंट में खुद गई थी। वहां जाकर उसने एक कफ सिरप की चार शीशी पी और फिर अपने हाथ की नस काटी। पेपर अच्छा नहीं जाने पर किशोरी आत्महत्या करना चाहती थी।
एसएसपी अजय सिंह ने बुधवार को बताया कि 11वीं की छात्रा मंगलवार को फिजिक्स का पेपर देने दर्शनलाल चौक के पास स्कूल गई। इसके बाद वह स्कूल से निकली और अपना मोबाइल भी छोड़ दिया। इसके बाद पीपलमंडी क्षेत्र के एक निजी होटल के बेसमेंट की पार्किंग में चली गई। यहां वह करीब डेढ़ घंटे तक रही। उसे एक व्यक्ति ने बेसुध पड़े देखकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में छात्रा अपने बयान बदलती रही।
हाथ की नस काटी थी किशोरी ने
पुलिस ने घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए होटल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें किशोरी अकेले घूमते हुए मौके पर पहुंची। वहां उसने कई शीशी पी। इसके बाद हाथ की नट काटी और बेसुध हो गई। मेडिकल कराया तो दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। मृतक के परिजनों ने पुलिस को लिखित में दिया कि पिछले डेढ़ साल से बेटी का मानसिक इलाज चल रहा है। घटना के दिन उसका फिजिक्स का पेपर अच्छा नहीं गया था। इस वजह से उसने यह कदम उठाया। बेटी ने उसके साथ कोई गलत हरकत नहीं किए जाने की जानकारी दी है।
बेसुध मिली छात्रा बदलती रही बयान
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराई गई बेसुध मिली छात्रा के बयानों ने पुलिस के साथ ही डॉक्टरों को खूब छकाया। छात्रा बार-बार बयान बदलती रही। पहले छात्रा ने कहा कि उसका गला दबाया गया है, तो सर्जरी के डॉक्टरों को बुलाया गया, लेकिन कोई निशान आदि नहीं मिला। बाद में कहा कि कुछ उसे खिलाया गया है, नाबालिग होने के चलते पीडिया विभाग के डॉक्टरों ने जांच की, तो ऐसा कुछ नहीं मिला। इसके बाद उसने गलत हरकत करने की बात कही तो हड़कंप मच गया और एक टीम बनाकर मेडिकल कराया गया। एमएस डॉ. आरएस बिष्ट के मुताबिक दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। छात्रा पैनिक जैसी प्रतीत हो रही थी। जिस इलाज की छात्रा को जरूरत थी, उसे दिया गया है। परिजन अपनी मर्जी से बुधवार सुबह अस्पताल से उसे ले गए।