जब खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर कार्यवाही नहीं कर सकते है तो फिर मिलावटी सामग्री को रोकने के लिए अभियान चलाकर दिखावा क्यों किया जा रहा है। क्योंकि नकली पनीर लाने की सूचना पर पुलिस ने दोराहा बॉर्डर पर उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड आ रहे एक व्यक्ति को ढाई कुंतल पनीर के साथ पकड़ लिया। वही सूचना पर पहुंचे खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने पनीर का सेंपल लिया और उसे छोड़ दिया। जिसके बाद पनीर लेकर आया युवक पनीर को लेकर नैनीताल की ओर रवाना हो गया।
आपको बता दे कि एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मिलावटखोरों पर कार्यवाही करने निर्देश दिए थे। जिसके चलते बाजपुर के दोराहा चौकी इंचार्ज रमेश चंद्र बेलवाल ने पुलिस टीम के साथ दोराहा बॉर्डर पर चेकिंग करते हुए ड्रमों में ढाई कुंतल पनीर लेकर आ रहे एक व्यक्ति को पकड़ लिया। जिसके बाद सूचना मिलते ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी पवन कुमार मौके पर पहुंचे।
जहां खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने पनीर का सेंपल लिया। जिसके बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड में पनीर लेकर आए युवक का मात्र एक चालान कर पनीर को उसके सुपुर्द कर दिया।
अब सवाल यह उठ रहा है कि बिना किसी जांच रिपोर्ट के अधिकारियों ने पनीर को उक्त व्यक्ति के सुपुर्द क्यों कर दिया। क्योंकि इतनी भारी मात्रा में लाया जा रहा पनीर नकली होने पर कई लोगों को बीमार कर सकता है। यदि इस पनीर की वजह से किसी व्यक्ति को कोई हानि पहुंचती है तो क्या इसकी जिम्मेदारी खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की होगी।