उत्तराखंड के धराली में आई भीषण बाढ़ के बाद तबाही का मंजर डराने वाला है। इस जलप्रलय में लोगों को इस कदर नुकसान पहुंचा है जिससे उभरने में शायद सालों लग सकते हैं। कई लोगों को घर, होटल, रोजगार के साधन सब उजड़ गए। जानकारी के मुताबिक इस आपदा में 70 से ज्यादा होटल और रेस्टोरेंट तबाह हो गए। तबाही के खौफनाक मंजर को अपनी आंखों से देखने वाले चश्मदीद अभी भी सहमे हुए हैं।
खीर गंगा में आई बाढ़ के बाद के हालातों के बारे में बताते हुए सचिन पवार नाम के चश्मदीद ने बताया कि मंगलवार दोपहर 3 बजे के आसपास मैं खाना खाने गया था। पांच मिनट बाद ही मुझे खबर मिली कि बाढ़ आ गई है और सब खत्म हो गया है। वहीं इस घटना में बाल-बाल बचे एक शख्स ने बताया कि वद दुकान के अंदर बैठे थे। जैसे ही आवाज आईष उन्होंने बाहर की ओर छलांग मारी। इस दौरान ऊपर की ओर लाइट टूट गई।
मेरे आगे तीन चार लोग और थे जिन्हें मैंने बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि जैसे ही चार लोग आगे की ओर जा रहे थे टेबल टूटकर उनके ऊपर आ गई जिससे उनकी आंख के पास चोट लग गई। मैं एक दम से पीछे गिर गया और ऊपर से पहाड़ जैसी बाढ़ आ गई। बस इतना हुआ कि मैं बेहोश नहीं हुआ। फिर मैं एकदम से उठा और छलांग मार दी।
उन्होंने आगे बताया कि मैंने कई जानवरों को अपने सामने मरते देखा। कई खच्चर, गाय के बछड़े मरे। कई सारी बिल्डिंग भी मैंने सामने-सामने बहती देखी। सब टूट चुका था। बस मेरी दुकान बची थी और मैं उसके ऊपर खड़ा था। मैं यही इंतजार कर रहा था कि कब ये फटेगा और मैं मलबे में दब जाऊंगा। लेकिन जब लास्ट में देखा कि कुछ नहीं बचा तो फिर पीछे जाके मैंने छलांग मार दी। उन्होंने बताया कि इस बाढ़ में उनका सब खत्म हो गया। जब बाहर निकले तो किसी से टीशर्ट ली और किसी से पजामा।