कश्मीरी शॉल विक्रेताओं से गाली गलौज और मारपीट एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियों में कुछ लोग मसूरी के मॉल रोड पर शॉल बेच रहे कश्मीरी विक्रेताओं को थप्पड़ मार रहे हैं। साथ ही गाली देते हुए कह रहें हैं कि यहां दिखा तो टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा।
उत्तराखंड के मसूरी में मॉल रोड पर कुछ लोग कश्मीरी शॉल बेचने वालों पर टूट पड़े। वीडियो में एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैंने तुमसे चार बार कहा है… इसे बंद करो…।” इसके तुरंत बाद उन लोगों ने कहा, “मुझे अपना पहचान पत्र दिखाओ।” जब एक कश्मीरी शॉल विक्रेता ने अपना आधार कार्ड दिखाया तो उनमें से एक व्यक्ति ने कहा, “जम्मू और कश्मीर…. अगर मैं तुम्हें यहां देखूंगा तो तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा।”
इस मामले में देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने कहा, “हमने पहले ही व्हाट्सएप के माध्यम से प्रसारित वीडियो का संज्ञान लिया है। इसमें तीन लोग मसूरी के मॉल रोड पर सामान बेच रहे एक कश्मीरी युवक के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे। वीडियो के बारे में पूछताछ करने पर पता चला कि यह वीडियो 23 अप्रैल की शाम का था। हमने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों लोगों को थाने बुलाया।
पूछताछ में तीनों ने बताया कि 22 अप्रैल को कश्मीर में हुई घटना से वे आहत और आक्रोशित हैं। उनके अनुसार, उनका उद्देश्य किसी भी धर्म या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। तीनों लोगों ने अपने कृत्य के लिए लिखित रूप से माफी मांगी। उन्हें भविष्य में ऐसी हरकत नहीं करने की सख्त चेतावनी दी गई। पुलिस के अनुसार इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। आरोपियों की पहचान टिहरी गढ़वाल निवासी सूरज सिंह, देहरादून के मसूरी निवासी प्रदीप सिंह और देहरादून के मसूरी निवासी अभिषेक उनियाल के रूप में हुई है।
इस घटना पर जम्मू-कश्मीर छात्र संघ के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी ने कहा कि उत्तराखंड के मसूरी से बेहद परेशान करने वाली और भयावह खबरें मिलीं। बजरंग दल के सदस्यों ने दो कश्मीरी शॉल विक्रेताओं पर बेरहमी से हमला किया। इसके अलावा, लगभग 16 अन्य कश्मीरी व्यापारियों को धमकाया गया, परेशान किया गया और जबरन उन्हें उनके किराए के मकान से निकाल दिया गया।
खुहमी ने कहा, “ये नए लोग नहीं हैं। इनमें से कई लोग वर्षों से मसूरी में व्यवसाय कर रहे हैं और शॉल बेच रहे हैं। ये लोग स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे हैं और समुदाय के बीच शांतिपूर्वक रह रहे हैं। फिर भी राज्य के अधिकारियों से सुरक्षा, समर्थन और संरक्षण प्राप्त करने के बजाय कथित तौर पर मसूरी पुलिस ने उन्हें तुरंत क्षेत्र खाली करने और राज्य छोड़ने के लिए कहा।खुहमी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हस्तक्षेप करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद, राजधानी देहरादून के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे दर्जनों कश्मीरी छात्र कश्मीर भाग गए, क्योंकि एक हिंदू दक्षिणपंथी नेता ने कथित तौर पर कश्मीरी मुसलमानों को उत्तराखंड छोड़ने की धमकी दी थी। 24 अप्रैल को उत्तराखंड पुलिस द्वारा हिंदू रक्षा दल के नेता ललित शर्मा के खिलाफ पटेल नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई।