बाइक चोरी के आरोप में ठाकुरद्वारा पुलिस के हेड कांस्टेबल ने ई-रिक्शा फैक्ट्री में काम करने वाले दो मजदूरों को थाने पर लाकर इतना पीटा कि उनकी जान के लाले पड़ गए। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। युवकों की पिटाई का वीडियो जब विधायक के पास पहुंचा तो उन्होंने एसएसपी से इसकी शिकायत की। इसके बाद महकमे में खलबली मच गई।
रविवार रात ही एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने ठाकुरद्वारा थाने पर पहुंच कर घटना की जांच की। पीड़ित की तहरीर पर दो पुलिसकर्मियों, बाइक मालिक और तीन अज्ञात के खिलाफ मरपीट और धमकी देने का केस किया गया है। उधर, एसएसपी सतपाल अंतिल ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं।
ठाकुरद्वारा नगर के वार्ड -7 निवासी इरशाद और उसका भतीजा शाहरुख ई-रिक्शा फैक्ट्री में मजदूरी करता है। वे खाली समय में ई-रिक्शा भी चलाते हैं। उन्होंने तहरीर में बताया कि रविवार को दोपहर करीब एक बजे फैक्ट्री में काम के दौरान ठाकुरद्वारा थाने में तैनात हेड कांस्टेबल इमरान और कांस्टेबल गुलशन अपने साथियों के साथ पहुंचे और उन पर बाइक चोरी का आरोप लगाकर थाने ले गए। उन्हें थाने के मेन गेट पर लगे सीसीटीवी से बचाते हुए पीछे वाले गेट से परिसर में स्थित सिपाही गुलशन के कमरे में ले गए। पूछताछ के नाम पर दोनों से बुरी तरह से मारपीट की गई।
आरोप, वे चीखते रहे पर नहीं पसीजे सिपाही
आरोप है कि पूछताछ के बहाने की गई मारपीट में दोनों सिपाहियों के साथ ही बाहरी लोग भी मौजूद थे। हेड कांस्टेबल इमरान, सिपाही गुलशन के साथ ही शकील और तीन अन्य अज्ञात लोगों ने इरशाद और शाहरुख के साथ बुरी तरह मारपीट की। दोनों पुलिसकर्मियों ने डंडे और फट्टे से दोनों की जमकर पिटाई की।
इस दौरान इरशाद के शरीर से चमड़ी उधड़ गई तो शाहरुख के कान से कम सुनाई देने लगा। वे चीखते रहे लेकिन सिपाहियों का दिल नहीं पसीजा। उल्टा हेड कांस्टेबल इमरान और सिपाही गुलशन ने उन्हें जान से मारने की धमकी दे डाली। कहा कि मुंह खोला तो दस बाइक चोरी का आरोप लगाकर जेल भेज देंगे। हालांकि पिटाई से हालत बिगड़ने पर सिपाहियों ने उन्हें भगा दिया।