देहरादून में धर्मांतरण गैंग के पाकिस्तान और दुबई कनेक्शन का खुलासा हुआ है। देहरादून में धर्मांतरण के लिए दो युवतियों का ब्रेनवॉश पाकिस्तान से ऑनलाइन किया गया। एक पीड़िता के भाई की तहरीर पर पुलिस ने प्रेमनगर थाने में छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
देहरादून में जबरन धर्मांतरण के मामले में देहरादून निवासी सुलेमान का नाम भी सामने आ रहा है। सुलेमान दुबई में रहता है। बरेली निवासी युवती ने सुलेमान के जरिए ही पाकिस्तान के मौलवी को धार्मिक शिक्षा देने की एवज में रुपये भेजे थे। यहीं नहीं, देहरादून में बरेली निवासी युवती की एक और दोस्त के धर्मांतरण की कोशिश भी की जा रही थी।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बरेली निवासी युवती का एक पाकिस्तानी दोस्त तहसीन दुबई में रहता था। युवती ने मौलवी को रुपये भेजने के लिए तहसीन से बात की थी। तहसीन ने बताया था कि सीधे मौलवी के खाते में रुपये न डालें, इससे शक हो सकता है। उसने कहा कि भारत के कुछ अन्य लोग भी मौलवी को रुपये भेजना चाहते हैं। तहसीन के कहने पर इन सभी लोगों ने बरेली निवासी युवती के खाते में रकम डाली। यहां से युवती ने देहरादून के रहने वाले सुलेमान पुत्र अहमद कादरी निवासी कांवली देहरादून हाल निवासी दुबई के खाते में यह रकम ट्रांसफर की। सुलेमान ने दुबई जाकर तहसीन को रुपये दिए। तहसीन ने पाकिस्तान जाकर मौलवी को रकम दे दी।
पाकिस्तानी ऐप पर लूडो खेलते के दौरान हुई तहसीन से दोस्ती
कश्मीरी लोगों के संपर्क के दौरान बरेली निवासी युवती ने पाकिस्तानी एप्लीकेशन लूडो स्टार डाउनलोड किया था। यहां वो पाकिस्तानियों के साथ लूडो खेलने लगी। साथ ही वो उनसे चैट भी करती थी। इस चैट में उससे बस धार्मिंक बातें की जाती थी। लूडो खेलने के दौरान ही बरेली निवासी युवती की पाकिस्तानी तहसीन से दोस्ती हुई थी।
उत्तराखंड में धर्मांतरण कानून के चलते दिल्ली बुलाया
पूछताछ में पता चला कि बरेली निवासी युवती के सम्पर्क में आने वाले लोग बस उसका माइंडवॉश कर रहे थे। उत्तराखंड में सख्त धर्मांतरण कानून और यूसीसी लागू होने के कारण आरोपियों द्वारा उसे दिल्ली बुलाया गया था। यहां उसका धर्मांतरण और निकाह किया जाना था। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में मुख्य लोगों में अब्दुल रहमान उर्फ महेन्द्र पाल सिंह निवासी भगतविहार, करावलनगर है, जो पूर्व में भी धर्मांतरण के मामले में भी शामिल रहा है।
जांच में पता चला कि आरोपी देहरादून में बरेली निवासी युवती की एक अन्य महिला मित्र का धर्मांतरण करने की तैयारी कर रहे थे। उसके निकाह की कोशिशें की जा रही थी। अब्दुल रहमान उर्फ रूपेन्द्र सिंह भी मामले में संलिप्त था, ये रानीपोखरी वाले मामले में भी शामिल रहा है। आयशा भी रानीपोखरी वाले मामले में शामिल रही है। एसएसपी ने बताया कि रानीपोखरी और प्रेमनगर वाले दोनों मामले एक ही गिरोह से जुडे़ हुए हैं।