उत्तराखंड की धामी सरकार परिवारवाद को खत्म करने का भले ही दावा करती है, लेकिन बाजपुर नगर पालिका में परिवारवाद ओर भ्रष्टाचार जमकर पनपने के आरोप लगाए जा रहे है। इसी को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु नेगी ने निवर्तमान पालिका बोर्ड और अधिशासी अधिकारी पर नौकरी घोटाला करने का आरोप लगाते हुए नगर पालिका के प्रशासक एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने घोटाले की जांच की मांग की है।
बता दे कि उत्तराखंड की धामी सरकार भले ही जीरो टॉलरेंस का दावा करती है, लेकिन धामी सरकार में अधिकारी है कि सरकार की छवि पर दाग लगाने का काम कर रहे है। मामला उधम सिंह नगर के बाजपुर नगर पालिका का है, जहां नगर पालिका में वरिष्ठ लिपिक पद कार्यरत कर्मचारी जो कि 30 सितंबर 2023 को सेवा निवृत्त हो चुके है, जिन्हे नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और निवर्तमान बोर्ड ने आउटसोर्स पर नियुक्त कर दिया।
वही कई अन्य कर्मचारियों और सभासदों के रिश्तेदारों को भी बिना निविदा के नगर पालिका में तैनात किया गया है। नगर पालिका में चल रहे परिवारवाद और नौकरी घोटाले की जांच की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु नेगी ने एसडीएम कार्यालय में नगर पालिका के प्रशासक एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान हिमांशु नेगी ने मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। हिमांशु नेगी ने कहा कि नगर पालिका द्वारा समूह ग के रिटायर्ड कर्मचारी को नगर पालिका प्रशासन द्वारा तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराए जाने की मांग को लेकर कई बार कुमाऊं कमिश्नर को भी पत्राचार किए गए लेकिन उन्होंने भी मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया। साथ ही हिमांशु नेगी ने यह भी कहा कि यदि इस बार मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।
वहीं एसडीएम राकेश तिवारी ने कहा कि मामले की जांच को लेकर नियमावली मंगाई गई है जिसमें जांच की जाएगी और जांच के बाद अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।