यूपी के रामपुर में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता से फोन पर वीडियो कॉल कर अश्लील बातें करने और मैसेज करने वाले दारोगा को निलंबित कर दिया गया है। पीड़िता के घर पहुंचकर मोबाइल से आपत्तिजनक मैसेज डिलीट कराने वाले सिपाही को एसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। दोनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच भी शुरू कर दी गई है। सीओ मिलक आरएस परिहार को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मिलक कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की विधवा महिला ने बीते दिनों एसपी से लेकर एडीजी तक शिकायत भेजी थी। शिकायत में महिला ने आरोप लगाया था कि उसकी नाबालिग बेटी हाल ही में दुष्कर्म का शिकार हुई थी। इसी मामले में उसी थाने के एक दारोगा ने उसकी बेटी को वीडियो कॉल कर अश्लील बातें कीं और बाद में व्हाट्सऐप पर आपत्तिजनक संदेश भेजे।
महिला का कहना है कि जब वह अपनी बेटी के साथ कोतवाली में शिकायत दर्ज कराने गई थी, तब हल्का दारोगा ने बेटी का मोबाइल नंबर ले लिया। उसी रात दारोगा के नंबर से पीड़िता को वीडियो कॉल और फिर अनुचित मैसेज आने लगे। आरोप है कि कॉल काटे जाने के बाद दारोगा ने व्हाट्सऐप पर अनुचित प्रस्ताव भी भेजे।
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने विरोध किया तो दारोगा के कहने पर एक सिपाही घर में घुसा और मोबाइल से पूरी चैट डिलीट कर दी। इसके साथ ही धमकी दी कि यदि परिवार ने पुलिस के खिलाफ आवाज उठाई तो झूठे केस में फंसाकर जेल भेज दिया जाएगा।
मामला जब मीडिया में सुर्खियों में आया तो एसपी ने दारोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया। साथ ही, दोनों के खिलाफ सीओ मिलक आरएस परिहार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। एसपी विद्या सागर मिश्रा के अनुसार संबंधित प्रकरण में दरोगा उदयवीर सिंह और सिपाही सरफराज को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच सीओ मिलक आरएस परिहार द्वारा की जा रही है।