भले ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तौमर ने पराली जलाने को लेकर किसानों को राहत क्यों ना दे दी हो, लेकिन उधम सिंह नगर में पराली जलाना 4 किसानों को भारी पड़ गया है। जनपद के सितारगंज में पराली जलाने को लेकर 4 किसानों को चिन्हित कर नोटिस कर दिया गया है। इस कार्रवाही को लेकर भारतीय किसान यूनियन तिलमिला उठा है, जहां उन्होंने सरकार की नियत में खोट बताई है। साथ में चेतवानी दी है कि यदि किसानों द्वारा पराली जलाने पर कोई कार्यवाही हुई तो उग्र आन्दोलन होगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
आपको बता दें कि उधम सिंह नगर में धान कि पराली जलाना प्रतिबंधित है, लेकिन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तौमर ने पराली जलाने को लेकर किसानों को एक राहत दी गयी थी। लेकिन सितारगंज के साधु नगर गांव में 4 किसानों को पराली जलाना भारी पड़ा है। अपने खेतों में पराली जला रहे 4 किसानों पर एसडीएम सितारगंज द्वारा मुकदमा दर्ज करने कि बात कही है। उधम सिंह नगर जनपद में प्रशासन द्वारा पराली ना जलाए जाने के आदेश जारी किये गए थे।
प्रदुषण से बचाव के लिए उधम सिंह नगर डीएम ने धान की पराली को जलाने पर रोक लगाते हुए धारा 144 के अंतर्गत कार्रवाही के आदेश जारी कर दिए थे। उसका अनुपाल कराने के लिए जिले की राजस्व टीम भी मुस्तैद कर दी गयी थी। जनपद में पहला मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद किसानों में रोष पनपने लगा है।
इस दौरान एसडीएम सितारगंज तुषार सैनी ने बताया कि डीएम उधम सिंह नगर के द्वारा पराली न जलाने को लेकर सख्त आदेश जारी किये गए हैं जिसके बाद भी किसान नहीं मान रहे हैं जहां उन्होंने 4 किसानों को चिन्हित कर मुकदमे की कार्रवाही कर रहें हैं।
वही संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया की जहां एक और केंद्र सरकार किसानों को पराली को लेकर कोई कार्यवाही नहीं करने का बयान देती है तो वहीं दूसरी और उधम सिंह नगर जिले का प्रशासन किसानों पर कार्यवाही कर रही है जो की एक निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सरकार कि नियत में साफ खोट नज़र आ रही है। साथ में चेतवानी देते हुए कहा की यदि किसानों पर इसी प्रकार की कार्यवाही होगी तब उग्र आन्दोलन करेंगे।