रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को सोचाी में वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब की पूर्ण बैठक में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत साल दर साल बढ़ रहा है। भारत अधिक शाक्तिशाली हो रहा है।
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता की मांग बढ़ा दी है। इस वजह से कई बार भारत ने कड़े शब्दों में संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की है।
इस बीच, रूस ने भी संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के लिए भारत का समर्थन किया है। इसी के साथ रूस ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की है। रूस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत साल दर साल अधिक शक्तिशाली होता जा रहा है। इसलिए सुरक्षा परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व महत्वपूर्ण है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को सोचाी में वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब की पूर्ण बैठक में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत साल दर साल बढ़ रहा है। भारत अधिक शाक्तिशाली हो रहा है। जो अपनी क्षमता के आधार पर अंतरराष्ट्रीय मामलों में महत्वपूर्ण महत्व हासिल कर रहे हैं, उन्हें सुरक्षा परिषद में शामिल किया जाना चाहिए। जो देश प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के समाधान की संभावना और प्रभाव भी रखते हैं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उनका प्रतिनिधित्व भी महत्वपूर्ण है।
ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका का भी समर्थन
रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। भारत की तर्ज पर पुतिन ने भी भारत के साथ-साथ ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका का भी समर्थन किया है। पुतिन ने क्लब में कहा कि भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका का सुंयक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में प्रतिनिधित्व होना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय निर्णय लेने में उनका महत्व बढ़ना चाहिए।
भारत की तारीफ
बैठक में पुतिन ने कहा कि भारत कौन सा देश है। भारत जनसंख्या के लिहाज से पहले से ही डेढ़ अरब से अधिक है। भारत की आर्थिक वृद्धि सात प्रतिशत से अधिक है। भारत एक शक्तिशाली देश है। भारत साल-दर-साल अधिक शक्तिशाली होता जा रहा है। इसलिए, भारत संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में एक सीट का सही हकदार है। बता दें, वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य और 10 गैर-स्थायी सदस्य देश शामिल हैं, जो संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा दो साल के कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं। पांच स्थाई सदस्य में रूस, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।