लखनऊ में मोहनलालगंज के डडाईन खेड़ा में सविता की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके आरोपित पति संजय रावत को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में संजय ने पुलिस को बताया कि वह रिश्तेदार प्रेमिका से शादी करना चाह रहा था। पत्नी उसमें रोड़ा बनकर विरोध कर रही थी। इस लिए उसकी हत्या कर दी। उधर, अंतिम संस्कार के पहले पत्नी के मायकेपक्ष के लोग संपत्ति उसके बेटे के नाम किए जाने की मांग को लेकर भिड़ गए। पुलिस ने लोगों को समझाबुझा कर शांत कराया है। पुलिस के समझाने के बाद मायके के लोग शांत हुए और अंतिम संस्कार किया।
पुलिस टीम अब संजय के परिवारीजन की भूमिका की जांच कर रही है। सविता की हत्या में वह भी शामिल हैं अथवा नहीं। पुलिस इस संबंध में भी साक्ष्य संकलन कर रही है। एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि पुलिस की निगरानी में शव का अंतिम संस्कार दोपहर बाद कराया गया। सविता के मायकेपक्ष के लोग शव लेकर ससुराल पहुंचे। वहां अंतिम संस्कार कराया गया। सविता के बेटे ने मुखाग्नि दी थी। ग्रामीणों के मुताबिक अंतिम संस्कार के पूर्व सविता के मायकेपक्ष के लोग संपत्ति उसके बेटे के नाम किए जाने की मांग को लेकर भिड़ गए।
उन्होंने कहा कि जबतक संपत्ति का हिस्सा उनके नाम नहीं किया जाएगा तबतक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। बवाल बढ़ता देख इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह और एसीपी ने उन्हें समझाकर आश्वासन देकर शांत कराया। मृतका के बच्चों की हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद वह लोग शांत हुए और अंतिम संस्कार किया।