बच्चे की मां को गुमराह करता रहा मौलवी; मदरसे में कैसे हुई पांच साल के मासूम की हत्या

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मदरसे में छुट्टी के लिए पांच वर्षीय बच्चे रोहान की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। वारदात को दो नाबालिगों ने बर्बरता के साथ अंजाम दिया है। इस सनसनीखेज मामले में मदरसा प्रशासन और इसके मौलवी पर गंभीर सवाल खड़े किए जा रहे हैं

रोहान के परिजनों का सीधा सवाल है कि घटना के वक्त मौलवी कहां था? साथ ही हादसे के बाद इसकी जानकारी तुरंत परिजनों को क्यों नहीं दी। परिजनों ने मौलवी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है

दिल्ली के दयालपुर निवासी मृतक रोहान की मां नाजीन खातून ने बताया कि शुक्रवार सुबह उन्होंने अपने बेटे से बात करने के लिए फोन किया तो मौलवी ने पहले बाहर होने की बात कही। इसके बाद आराम करने समेत तरह-तरह के बहाने बनाता रहा। शाम छह बजे तक उनकी बात बेटे से नहीं कराई गई। इसके बाद शाम करीब 6.30 बजे उन्हें कॉल कर मामले की जानकारी दी गई। वह मौके पर पहुंची तो शुरुआत में उन्हें उनके बेटे से मिलने नहीं दिया। जबरन वे लोग अंदर घुसे तो उन्होंने देखा कि उनका बेटा मृत पड़ा हुआ था। परिजनों का आरोप है कि मौलवी की वजह से उनके बेटे की मौत हुई है। मौलवी बेटे के बारे में पूछने पर बार-बार उन्हें गुमराह करता रहा।

उत्तर पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 9.52 बजे मासूम की मौत की सूचना पीसीआर कॉल के माध्यम से मिली। सूचना के बाद पुलिस ने दयालपुर के बाबू नगर में मुख्य बृजपुरी मार्ग पर ए-2 स्थित मदरसा तालीम उल कुरान पहुंची। जांच के दौरान मृतक की पहचान पांच वर्षीय बच्चे के रूप में हुई। इसका परिवार पंजाबी बाग के झुग्गी संख्या-854, सीमेंट सीडिंग, शंकर बस्ती, सरस्वती विहार में रहता है। परिवार में पिता और मां के अलावा 10 वर्षीय बड़ा भाई और आठ वर्षीय बड़ी बहन हैं।

जांच में पता चला कि मदरसा का प्रमुख (प्रधानाचार्य) हाजी दिन मोहम्मद है और मदरसे में करीब 250 बच्चे पढ़ते हैं। इनमें से 150 बच्चे दिल्ली से बाहर मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश से हैं। मृतक की मां ने पुलिस को बताया कि उन्होंने करीब पांच महीने पहले बेटे को मदरसे में भेजा था।

लोगों में दिखा रोष

बच्चे की मां शव लेकर मदरसा पहुंची तो आसपास लोगों की काफी भीड़ एकत्र हो गई। महिला ने बच्चे का शव मदरसे के बाहर रखकर जिम्मेदार मदरसा प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। महिला के साथ ही बच्चे की मौत को लेकर स्थानीय लोगों में काफी रोष दिखा और बच्चे के शव को रखकर प्रदर्शन भी किया। इस दौरान कई अन्य अभिभावक मदरसा पहुंचे और वे लोग मदरसे से अपने-अपने बच्चों को लेकर चले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर मामले को शांत कराया। अधिकारियों ने सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

छुट्टि के लिए मासूम की हत्या

बता दें, मदरसे में तीन नाबालिगों ने मिलकर एक पांच वर्षीय मासूम की सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर हत्या कर दी कि अगर बच्चे की मौत होगी तो मदरसे में छुट्टी कर दी जाएगी। मृतक की पहचान पांच वर्षीय रोहान के रूप में हुई। वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों में 11 वर्षीय दो नाबालिग और नौ वर्षीय नाबालिग शामिल हैं। इस घटना के बारे में उत्तर पूर्वी जिला के पुलिस उपायुक्त डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि आरोपियों ने कहा कि रोहान ने उन्हें अपशब्द कहे थे। इसके बाद तीनों ने योजना बनाई कि यदि बच्चे की मौत हो जाएगी तो मदरसे में छुट्टी कर दी जाएगी। पुलिस तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

पेट के अंदर रक्तस्राव हुआ मृतक की गर्दन, पेट और पेट के नीचे के हिस्से में गंभीर चोटों के निशान और घाव मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लिवर व फेफड़े में गंभीर चोट और पेट के अंदर रक्तस्राव होने की बात सामने आई है। पुलिस को संबंधित मदरसे के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज मिले हैं। आरोपियों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। उसके तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस फुटेज की मदद से छानबीन करने के बाद मदरसे के अन्य बच्चों से पूछताछ कर रही है।

दिल्ली के ही रहने वाले हैं तीनों आरोपी मदरसे में निर्मम हत्या करने वाले तीनों नाबालिग दिल्ली के ही रहने वाले हैं। पहला 11 वर्षीय नाबालिग कालिंदी कुंज फेज तीन स्थित मदनपुर खादर इलाके का रहने वाला है। जबकि 11 और 9 वर्षीय दो अन्य नाबालिग आरोपी पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर स्थित रमेश पार्क के रहने वाले हैं।

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