उधम सिंह नगर के बाजपुर में उसे वक्त पुलिस प्रशासन की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा, जब उच्च न्यायालय के आदेश पर पुलिस और प्रशासन की टीम बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने के लिए गांव में पहुंची। जहां ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए पुलिस प्रशासन की टीम खाली हाथ वापस लट गई। वही ग्रामीणों ने किसी भी कीमत पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को नहीं हटाए जाने की बात कही।
बता दे कि बाजपुर के ग्राम रतनपुरा में विवादित भूमि पर ग्रामीणों ने कुछ माह पूर्व बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को स्थापित किया था, लेकिन गांव के निवासी प्रीतपाल सिंह ढिल्लन द्वारा उक्त भूमि को अपना बताया जा रहा था। जिसको लेकर प्रीतपाल सिंह ढिल्लन द्वारा कोर्ट में शिकायत दर्ज की गई थी। इसी को लेकर उच्च न्यायालय द्वारा बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने के आदेश जारी किए गए थे।
उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन कराने के लिए बाजपुर तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट और कोतवाल मनोज रतूड़ी भारी मात्रा में पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस प्रशासन को देख भारी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। वही पुलिस प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन का जमकर विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके चलते प्रशासन की टीम को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
ग्रामीणों ने कहा कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा उनकी आस्था से जुड़ी है। जिसे किसी भी कीमत पर हटने नहीं दिया जाएगा। वहीं तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन कराने के लिए पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है ऐसे में नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।