उत्तराखंड में भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने को लेकर अधिकारी कार्यवाही करते दिखाई दे रहे है। इसी के चलते देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका के निर्देश पर भिक्षावृत्ति उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आईएसबीटी व शिमला बाईपास चौक से 16 बालक, बालिकाओं को भीख मांगते हुए रेस्क्यू किया गया। इनमें दो बालिकाओं को कूड़ा बीनते हुए रेस्क्यू किया गया।
चार महिलाओं को बच्चो के साथ भीख मांगते हुए रेस्क्यू किया गया। अभियान में जिला प्रोबेशन कार्यालय से संपूर्णा भट्ट, रश्मि बिष्ट, प्रवीन, समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा, टीएन जौहर सदस्य विशेष किशोर पुलिस इकाई, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से शमीना, मैक संस्था से जहांगीर आलम, चाइल्ड लाइन से जसवीर रावत, रेलवे चाइल्डलाइन से सविता, आसरा ट्रस्ट से राहुल, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से रैना रावत, सहदेव त्यागी, चिकित्सा विभाग से अमन, जिला बाल कल्याण समिति से प्रीति आदि मौजूद रहे।
रेस्क्यू के बाद सभी बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर 14 बच्चों को राजकीय बालिका निकेतन, शिशु निकेतन केदारपुरम व समर्पण खुला बाल आश्रय गृह भेजा गया।