देहरादून के रायपुर में जमीन कब्जाकर संचालित किए जा रहे गैस गोदाम के मामले में जिला प्रशासन की ओर से जमीन के असली मालिक बुजुर्ग मां-बेटी को कब्जा दिला दिया गया है। मां-बेटी 25 साल से न्याय की लड़ाई लड़ रही थी। यह मामला डीएम सविन बंसल तक पहुंचा तो उन्होंने तीन जनवरी को गैस गोदाम सील करवा दिया था। इसके बाद कब्जा दिलवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। पूरे मामले की जांच एसडीएम कुमकुम जोशी को दी गई थी।
इस गैस गोदाम को 1988 में दस साल की लीज पर रांझावाला में 12 हजार वर्ग फुट भूमि दी गई थी। लीज अवधि खत्म होने के बाद गैस एजेंसी यहां अवैध रूप से संचालित की जा रही थी। जबकि, वृद्ध महिला लीला देवी और उनकी बेटी नीना गुरुंग कोर्ट-कचहरी से लेकर अफसरों तक के चक्कर काटकर न्याय की गुहार लगा रही थी। वर्ष 2000 के बाद से गैस गोदाम ने किराया तक नहीं दिया।
इस बीच जनसुनवाई में डीएम के पास उन्होंने शिकायत की। इस मामले की जांच हुई और अब गैस गोदाम का लाइसेंस निरस्त करवाने की संस्तुति के साथ ही वृद्ध मां-बेटी को जमीन पर कब्जा दे दिया गया। दोनों मां-बेटी ने डीएम और एसडीएम को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि इससे लोगों में सरकारी सिस्टम से न्याय की उम्मीद जगेगी और वे भरोसे के साथ अपनी शिकायतों को रख पाएंगे।