कोसी नदी में माइनिंग कंपनी द्वारा मशीनों से खनन कराए जाने की सूचना मिलने पर भारी संख्या में खनन कारोबारी मौके पर पहुंच गए, लेकिन मौके पर मशीनों से खनन होता हुआ नहीं पाया गया। जिसके बाद खनन कारोबारियों ने माइनिंग कंपनी और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, वहीं हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
बता दें कि बाजपुर के खनन कारोबार से जुड़े लोगों को सूचना मिली कि माइनिंग कंपनी द्वारा कोसी नदी से खनन करने के लिए मशीनों को लेकर जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही भारी संख्या में खनन कारोबारी बबलू घाट पर एकत्र हुए। लेकिन बबलू घाट पर मशीनों से खनन होता हुआ नहीं पाया गया। जिसके बाद खनन कारोबारी ने माइनिंग कंपनी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान खनन कारोबारियों ने कहा कि उत्तराखंड की प्रदेश सरकार माइनिंग कंपनी के सामने सरेंडर कर चुकी है। बाहर से आई कंपनी को सरकार पूरा सहयोग कर रही है और क्षेत्र के मजदूरों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि मशीनों से किसी भी कीमत पर नदी में खनन होने नहीं दिया जाएगा।
वहीं सूचना मिलते ही कोतवाल नरेश चौहान, सुल्तानपुर पट्टी चौकी इंचार्ज संदीप शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। जहां पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। इस दौरान खनन कारोबारी शीतल सिंह, राजवीर चीमा, गुरप्रीत सिंह, सोवर सिंह, गेजा, जगजीत सिंह, श्याम लाल, अशोक, सोमपाल, रामेश्वर, नईम, वीर सिंह सोनू, विकास आदि मौजूद रहे।