माइनिंग कंपनी की लगातार बढ़ रही तानाशाही के विरोध में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह किंदा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर दिखाई दिए। जहां लोगों ने माइनिंग कंपनी के विरोध में जमकर नारेबाजी की ओर कंपनी को हटाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी को सौंपा। इस दौरान लोगों ने मांग पूरी नहीं होने पर 25 अक्टूबर को बड़ा आंदोलन करने की बात कही।
बता दे कि माइनिंग कंपनी द्वारा बाजपुर में कभी लोगों के खनन वाहनों को जबरन रोककर जुर्माना लगाया जा रहा है तो वही बीते दिन एक कार में तोड़फोड़ करने के बाद युवक से मारपीट की गई। बाजपुर में लगातार माइनिंग कंपनी की बढ़ रही तानाशाही के विरोध में हजारों की संख्या में लोग गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह किंदा के नेतृत्व में अनाज मंडी में एकत्र हुए। जहां से लोग माइनिंग कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राकेश चंद तिवारी को सौंपा।
इस दौरान कुलविंदर सिंह किंदा ने कहा कि माइनिंग कंपनी की गुंडागर्दी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा माइनिंग कंपनी को हटाने के लिए अब आर पार की लड़ाई शुरू हो चुकी है और यदि शासन प्रशासन द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम हाथ जोड़ना भी जानते हैं और उग्र आंदोलन करना भी जानते हैं सरकार चाहे तो माइनिंग कंपनी को हटाकर लोगों को राहत दे सकती है।
वही किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि हम शहीद भगत सिंह के वंशज है, यह सरकार को समझना चाहिए नहीं तो हम शहीद शहीद उधम सिंह के भी वंशज है यह सरकार को समझ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने अधिकारियों पर भरोसा नहीं है तभी उन्होंने माइनिंग कंपनी को उत्तराखंड में अनुमति दी है। वैसे तो सरकार भी अच्छे से प्रदेश को नहीं चला पा रही है तो प्रदेश को चलाने के लिए किसी प्राइवेट कंपनी को ठेका दे देना चाहिए।
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा, किसान नेता जगतार सिंह बाजवा, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा, गगन सरना, दारा दिलेर सिंह सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।