यूपी के एटा में मारपीट में बतौर गवाह लाए गए अधेड़ को रातभर थाने में बैठाए रखा गया। सोमवार की सुबह उसकी तबीयत खराब हुई और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। एसएसपी ने कोतवाली प्रभारी निधौली कलां, मुंशी को सस्पेंड कर दिया है। जांच के आदेश भी दे दिए है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि उसकी गर्मी के कारण मौत हुई है। अभी पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ है।
ये घटना थाना निधौलीकलां के गांव दलशाहपुर का है देवेंद्र कुमार की पंक्चर की दुकान है। इस दुकान पर 52 साल के राकेश काम करते थे। देवेंद्र खेत में धान पौध लगाने और बैंड बजाने का भी काम करता था। दो महीने पहले वह हुसैन मुहम्मद के साथ शादी समारोह में बैंड बजाया था। काम करने के पांच हजार रुपये हुसैन मोहम्मद से देवेन्द्र को लेने थे। वह रुपये नहीं दे रहा था। रविवार रात को देवेंद्र अपनी दुकान पर बैठा था। वहां हुसैन मोहम्मद भी था। देवेंद्र ने हुसैन से पांच हजार रुपये मांगे। कहासुनी के बाद हुसैन मोहम्मद ने देवेंद्र की पिटाई कर दी। मौके पर मौजूद एक शख्स ने बीचबचाव कर दोनों को अलग किया। देवेंद्र की सूचना पर डायल-112 वहां पहुंची और तीनों को रविवार की देर रात थाने ले आई। रात में घरवाले न आने से तीनों ही रात भर थाने में बैठे रहे। सुबह देवेंद्र की पत्नी नीतू थाने पहुंची।
प्रत्यक्षदर्शी देवेंद्र के अनुसार सुबह करीब नौ बजे थाने में बैठे- बैठे राकेश गिर पड़े। इसके बाद पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। राकेश को स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। निधौलीकलां से डॉक्टरों डॉ ने मेडिकल कॉलेज भेज दिया। मेडिकल कॉलेज में मृत घोषित कर दिया। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएचओ जेपी अशोक और रात में तैनात मुंशी मोहित को सस्पेंड कर दिया है।
इस मामले में एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मारपीट के मामले में तीन लोगों को थाना लाया गया था। इसमें राकेश को गवाह के तौर पर लाया गया था। पूरे मामले में लापरवाही बरतने पर एसएचओ निधौलीकलों, मुंशी को सस्पेंड कर दिया गया है। सामने आया है कि रात में खाना न देने, सुबह गर्मी से अचानक हालत बिगड़ने पर मौत हुई है।