किशोरी का अपहरण कर हत्या की वारदात का पुलिस ने खुलासा करते हुए किशोरी के प्रेमी को गिरफ्तार किया है। खुलासा किया कि किशोरी अपने प्रेमी को ब्लैकमेल कर रही थी, इसलिए हत्या की गई। वारदात में केवल एक आरोपी को शामिल बताया गया है। वहीं, पुलिस के खुलासे पर सवाल खड़े हो गए हैं। थाना पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। परिजनों ने आरोपी और मृतका के बीच हुई व्हाट्सएप चैटिंग पुलिस को दी है, वह कुछ और कहानी बयां कर रही है।
मेरठ के सरधना के मोहल्ला कुम्हारान निवासी गुलजार की 16 वर्षीय बेटी महक उर्फ सानिया का 21 जुलाई को अपहरण हो गया था। 23 जुलाई को महक की लाश कस्बे के बाहर मेहरमति गणेशपुर के जंगल में बरामद हुई। गर्दन काटकर कत्ल किया गया और चेहरा तेजाब डालकर जलाया गया। परिजनों ने बुधवार रात कस्बा चौकी के सामने लाश रखकर हंगामा किया था।
पुलिस ने ऐसे किया आरोपियों का बचाव
महक के लापता होने के बाद परिजनों ने थाने में जाकर तहरीर दी। फिर सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल से शिकायत की, जिसके बाद सीओ ने उन्हें कस्बा चौकी प्रभारी रविंद्र सिंह बघेल के पास भेजा। चौकी प्रभारी ने आरोपी हसीन को पूछताछ के लिए बुलाया और तुरंत क्लीन चिट दे दी। आरोपी ने कहा कि मुझे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थी। 2 साल में ढाई लाख रुपए ले चुकी थी। मैं तंग आ गया था। रेस्टोरेंट ले जाने के बहाने बुलाया और गर्दन काट दी।
गौरतलब हो कि किशोरी का अपहरण 21 जुलाई को किया गया और 23 जुलाई को जंगल में लाश बरामद हुई। बुधवार सुबह परिजनों ने शिनाख्त की, जिसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शाम को परिजनों ने शव को पुलिस चौकी चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया और हंगामा किया। हजारों की भीड़ जुट गई और आरोपियों का एनकांउटर करने की मांग की। 23 जुलाई को किशोरी का सड़ा गला शव मेहरमति गणेशपुर के जंगल में मिला। परिजनों ने कपड़ों से किशोरी की पहचान की।