लकड़ी तस्करी की सूचना पर पहुंची सुरक्षा दल की टीम पर वन तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में वन दरोगा हरीश चंद न्याल गंभीर रूप से घायल हो गये। वहीं घायल वन दरोगा को उपचार के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसको हायर सेंटर भेज दिया गया। जहां उनका उपचार चल रहा है। वहीं सुरक्षा दल प्रभारी की तहरीर पर पुलिस ने 6 वन तस्करों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बता दे कि तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर के सुरक्षा दल में प्रभारी कैलाश चन्द्र तिवारी ने शनिवार को केलाखेड़ा थाने में दी तहरीर में पुलिस को बताया कि बीते शुक्रवार की रात करीब 8ः15 पर उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग अपनी मोटरसाईकिलों में खैर की लकड़ी लेकर थापक नगला के शमशान घाट पर आने वाले हैं।
सूचना के बाद उन्होंने वन दरोगा गणेश दत्त सती, वन दरोगा सुरेश चन्द्र पाण्डे, वन दरोगा हरीश चन्द न्याल, वन दरोगा दिनेश चन्द्र, वन आरक्षी हरीश चन्द्र बाला, वन आरक्षी कु सोनाली नागर एवं वन आरक्षी कांता नेगी को साथ लेकर घटनास्थल की ओर रवाना हुए। इसी बीच उन्होंने वन क्षेत्राधिकारी बरहैनी को भी इसकी सूचना दी। बरहैनी की टीम को साथ लेकर सुरक्षा दल थापक नगला शमशान घाट के पास पहुंच गये। मौके पर एक छोटा हाथी वाहन में तस्कर लकड़ियों को भर रहे थे जिनको रोकने का प्रयास किया गया। इसी को लेकर वन टीम पर तस्करों ने हमला कर दिया। इस हमले में वन दरोगा हरीश चंद न्याल गंभीर घायल हो गये।
इसके बाद टीम घायल दरोगा को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनको हल्द्वानी सुशीला तिवारी रेफर कर दिया गया। वहीं केलाखेड़ा पुलिस ने सुरक्षा दल में प्रभारी कैलाश चन्द्र तिवारी की तहरीर पर जयपाल पुत्र रेशम सिंह निवासी मोहली जंगल, अमनदीप पुत्र पम्मी निवासी थापक नगला, गुरमेज सिंह उर्फ गेजी पुत्र टहल सिंह निवासी हरिपुरा हरसान, संगत सिंह पुत्र जरनैल सिंह निवासी हरिपुरा हरसान, गुरदास सिंह उर्फ टीटू पुत्र जरनैल सिंह निवासी हरिपुरा हरसान तथा जसविन्दर सिंह पुत्र जग्गा निवासी हरिपुरा हरसान के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
इस दौरान केलाखेड़ा थानाध्यक्ष ललित मोहन रावल ने बताया कि वन विभाग की ओर से घटना की तहरीर प्राप्त हुई है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल 6 नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
गाड़ी भी ले गए तस्कर, पुलिस ने छुड़ाया
– आरोप, पुलिस ने हल्की धाराओं में किया मुकदमा
हल्द्वानी। वन विभाग के एसओजी इंचार्ज कैलाश तिवारी ने बताया कि तस्करों ने उन्हें मारने का प्लान बनाया था। कहा कि पुलिस ने उनकी मदद नहीं की। जब शनिवार को मुकदमा लिखवाया तो पुलिस ने तस्करों के खिलाफ बहुत हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
कहा कि ये तस्कर लखविंदर को पकड़ने से गुस्साए थे। तिवारी ने बताया कि वह रात में मुझे बुलाकर जान से मारना चाहते थे। कहा कि वह गश्ती दल में नहीं जा सके। उनका गश्ती दल और बरहैंनी रेंज की टीम शुक्रवार शाम 9:30 बजे जैसे ही थापा नगला केलाखेड़ा पहुंची तो तस्करों ने घेर लिया। कहा कि इन्होंने 30-40 लोग एकत्र कर लिए। जब तक टीम कुछ समझ पाती, इन्होंने दो वनकर्मियों को उठाकर झाड़ी में फेंक दिया। उनके गश्ती दल को भी बलपूर्वक पकड़कर ले गए। पुलिस से जब मदद मांगी तो पुलिस देरी से पहुंची।