स्वार रामपुर क्षेत्र के अग्रणी स्कूल विकास भारती में वीर बाल दिवस को बड़े ही आदर और सद्भाव के साथ मनाया गया। गोविंद सिंह सुपुत्र जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत वीरता को नमन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्या स्मिता गुप्ता एवं शिक्षक- शिक्षिकाओं संग सामूहिक रूप से अमर शहीद वीरों के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
प्रधानाचार्या स्मिता गुप्ता ने बच्चों से संवाद साझा करते हुए कहा कि जोरावर सिंह (मात्र 6वर्ष) और फतेह सिंह (मात्र 9 वर्ष) की आयु में ही सन्मार्ग की ओर अभिप्रेरित हुए और देश सद्भाव धर्म के लिए कुर्बान हो गए। ऐसे वीर सपूतों से देश-दुनिया को सीख लेते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
26 दिसंबर के दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2021 में लिया गया जिसके लिए पूरा देश आज भी प्रतिबद्ध है। भारत के बच्चे वीरों की भांति जीते हैं तो वीरों की भांति ही देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने को तैयार रहते हैं।
वास्तविक रूप से कह सकते हैं कि भारत देश में एक से बढ़कर एक वीर उत्पन्न हुए हैं। भारत में गुरु गोविंद सिंह के साहबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह का नाम अमर वीरों में बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है।
विद्यालय में बच्चों बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑनलाइन संबोधन को सुनवाया गया जिसे सुनकर बच्चों ने देश की वीरता,साहस और शहादत को सलाम किया। साथ ही देश के प्रधानमंत्री के विचारों को सुनकर गर्व महसूस किया।
बच्चों ने कविता सुनाकर सभी को देशभक्ति के भाव से विभोर किया वहीं सबद के माध्यम से वीरता की झलक को जोशीले अंदाज में पेश किया गया। निबंध और पोस्टर प्रतियोगिता बनाकर बच्चों ने वीरों की अटलता और अदम शौर्य की कहानियों को उकेरा।
बच्चों को राष्ट्रधर्म और राष्ट्रप्रेम से जोड़ते हुए सुंदर मनमोहक झांकी प्रस्तुत कर वीरों की शहादत की अनुभूति कराई गई। बच्चे और शिक्षक-शिक्षिकाएं देशभक्ति गीतों,भावों से भरी धुन से मगन रहते हुए विविध प्रतियोगिताओं में संलग्न रहे। हारमोनियम, तबले भिन्न-भिन्न वाद्य यंत्रों संग वीरों को नमन की प्रार्थना की गई। इस अवसर पर बच्चों संग विद्यालय स्टाफ मौजूद रहा।