जिले में छह शिक्षकों को विभिन्न स्तर से दूसरे विद्यालयों में संबद्ध किया गया है। जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा ने सभी उप शिक्षाधिकारियों से एक सप्ताह में छात्र संख्या शून्य या कमी वाले स्कूलों की सूचना तलब की है। साथ ही चेताया कि अगर ऐसा पाया गया तो संबंधित अध्यापकों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
बताया गया कि इसके लिए ब्लाॅक स्तर पर कमेटी गठित की जा रही है। कमेटी इसके कारणों का भी पता लगाएगी। कमेटी क्षेत्र का निरीक्षण कर यह पता लगाएगी कि क्षेत्र के बच्चे अन्य दूसरे क्षेत्र के विद्यालयों में तो नामांकित नहीं हैं। अगर नामांकित हैं तो कितने छात्र-छात्राएं हैं। यदि बंद स्कूल के क्षेत्र में छात्र-छात्राओं की उपलब्धता है तो उस स्कूल को पुन: संचालित करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
स्कूल बंद किए जाने वाले अध्यापक के विरुद्ध भी कमेटी को कार्रवाई प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बंद विद्यालयों के समस्त सामग्री व अभिलेख नजदीकी स्कूल को उपलब्ध कराने को कहा गया है। उधर आदेश जारी होने के बाद समस्त ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी ऐसे विद्यालयों का पता लगाने में जुट गए हैं। एक सप्ताह में इसकी रिपोर्ट विभाग को सौंपनी है।
सभी उप शिक्षाधिकारियों से ऐसी रिपोर्ट मांगी गई है। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने पर कारणों का पता लगाया जाएगा। इसमें जिसस्तर पर लापरवाही उजागर होगी, कार्रवाई की जाएगी। – हरेंद्र कुमार मिश्र, डीईओ प्रारंभिक शिक्षा।