कांग्रेस सरकार के समय हुई भर्तियों की सूची में आए बड़े नाम, सबने साधी चुप्पी।
उत्तराखंड के विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों के घोटाले के बीच बंद पड़ी फाइलों से राज निकलने शुरू हो गए हैं। लंबे समय से बंद पड़ी फाइलों से निकलने वाले राज नेताओं की पोल खोलने का काम कर रहे हैं तो वही फाइलों के खुलते ही बयान बाजी करने वाले नेताओं की जुबान पर ताला लगता नजर आ रहा है।
बता दें कि उत्तराखंड के विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों के घोटाले की जांच विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी द्वारा कराई जा रही है। इसी घोटाले की जांच के बीच लगातार फाइलों में दफन राज निकल कर सामने आ रहे हैं। जिसमें प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, वर्तमान कैबिनेट मंत्री, पूर्व कैबिनेट मंत्री, वर्तमान विधायक और पूर्व विधायकों के द्वारा विधानसभा में बैक डोर से भर्ती कराए गए नामों की सूची लगातार वायरल हो रही है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर बने CM Pushkar Singh Dhami Followers पेज पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल सहित कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के द्वारा विधानसभा में कांग्रेस की सरकार के समय बैक डोर से कराई गई भर्तियों की सूची वायरल हो रही है। जिसने कांग्रेस नेताओं के द्वारा भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर उठाई जा रही आवाज पर ताला लगाने का काम कर दिया है।
इतना ही नहीं बीते कुछ दिन पूर्व पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के नाम पर शिक्षा विभाग में अपने सगे संबंधियों को भर्ती कराने की सूची भी वायरल हुई थी। जिससे सत्ता और विपक्ष के नेता विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्ती घोटाले को लेकर चुप्पी साधे हुए है। वही लगातार भाजपा और कांग्रेस कि सरकार में विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों की सूची वायरल होने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सरकार में किसी भी पार्टी के नेता रहे हो सभी ने अपनी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपने सगे संबंधियों को सरकारी पदों का लाभ दिलाया है और बेरोजगार युवाओं के पेट पर लात मारने का काम किया है। गर्जना न्यूज़ लगातार वायरल हो रही लिस्टों की पुष्टि नहीं करता है अब यह तो विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि किस नेता ने अपनी सत्ता का कितना लाभ उठाया है और अपने सगे संबंधियों को सरकारी पदों पर विराजमान कराया है।