महिला एकता मंच एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के बैनर तले दर्जनों महिलाओं ने रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट के कार्यालय के बाहर हाथों में थाली एवं कंटर बजाकर विधायक एवं प्रदेश सरकार तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि पूर्व में प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के कई इलाको में नई शराब की दुकाने खोली गई थी। जिनका जमकर विरोध हुआ था।
विरोध के बाद सरकार ने इन सभी दुकानों को बंद करने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार के आदेश के बाद भी गोपालनगर नंबर 6 में एक भाजपा नेत्री के इशारे पर दुकान खोली गई है। उनका आरोप था कि शराब की दुकान बंद करने को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन किया था। उन्होंने कहा कि सरकार गांव में रोजगार देना तो दूर यहां पर नशा परोसने का काम कर रही है। जिसे सहन नहीं किया जाएगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की तैनाती एवं मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने को लेकर लंबा संघर्ष किया गया था। इसके बाद वहां पर एक महिला चिकित्सक सहित दो चिकित्सकों की तैनाती की गई थी, लेकिन आज सरकार ने इन दोनों चिकित्सकों का भी तबादला कर दिया है लेकिन अभी तक दूसरे चिकित्सकों की तैनाती नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाएं देने के बजाय जो चिकित्सक गरीब ग्रामीणों का इलाज कर रहे थे उनका भी तबादला कर दिया। उन्होंने सरकार से शीघ्र गांव में खोली गई शराब की दुकान को बंद करने के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की तैनाती एवं बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की मांग की है और चेतावनी दी कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने वाले लड़ने जनप्रतिनिधि वोट मांगने के दौरान गांव में थाली और कंटर बजाकर विरोध किया जाएगा।