पिछले महीने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद से भारत के ऐक्शन से पड़ोसी देश पाकिस्तान में खौफ का आलम है। वहां के रक्षा मंत्री तक ने ऐलान कर दिया है कि भारत कभी भी पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। इस बौखलाहट में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से लेकर कई नेता परमाणु बम की गीदड़भभकी भारत को दे चुके हैं।
दरअसल, पाकिस्तान 1998 में ही परमाणु शक्ति संपन्न देश बन चुका है। तब से अब तक उसने कई परमाणु हथियार विकसित कर लिए हैं। हालांकि, भारत की तरह ‘पहले प्रयोग नहीं’ की नीति पाकिस्तान में नहीं है। इस नीति के तहत ऐसा प्रण लिया जाता है कि जब तक उसे उकसाया नहीं जाएगा, वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा। भारत इसी तरह की नीति का पालन करता है लेकिन पाकिस्तान इस मामले में कच्चा है।
पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार?
1999 में अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने एक अनुमान लगाया था कि 2020 तक पाकिस्तान में 60 से 80 परमाणु हथियार होंगे लेकिन पाकिस्तान ने खस्ताहाल अर्थव्यवस्था के बावजूद इसकी अंधी दौड़ में अब तक आधिकारिक तौर पर कुल 170 परमाणु हथियार विकसित कर लिए हैं, जो जल,थल और नभ में मार कर सकता है। परमाणु विशेषज्ञों के मुताबिक इस साल के अंत तक यह संख्या 200 तक बढ़ सकती है।
पाकिस्तान ने दो ठिकानों पर तैनात किए मिराज
पाकिस्तान के दो ठिकानों पर स्थित मिराज III और मिराज V लड़ाकू बमवर्षक विमान परमाणु हथियारों से लैस हैं। न्यूजवीक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के साथ परमाणु सूचना परियोजना के अनुसार, मिराज V एक छोटे शस्त्रागार के रूप में परमाणु गुरुत्वाकर्षण बमों का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा मिराज III रा’ड एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइल (ALCM) के साथ-साथ ऐड-ऑन रा’ड-II को भी लॉन्च कर सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान का HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम भारत की S-400 डिफेंस सिस्टम और ब्रह्मोस मिसाइलों के सामने कहीं नहीं टिकता।
पाकिस्तानी मिसाइलों की रेंज कितनी
पाकिस्तान सशस्त्र बलों की मीडिया और जनसंपर्क शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस द्वारा 2011 में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, रा’ड “परमाणु हथियार और पारंपरिक हथियारों को बहुत सटीकता से टारगेट पर गिरा सकता है। यह 350 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। फरवरी 2020 में किए गए परीक्षण नतीजों के अनुसार रा’ड II की रेंज इससे अधिक है, जो अधिकतम 600 किलोमीटर दूर स्थित टारगेट को निशाना बना सकता है। पाकिस्तान इन्ही टारगेट क्षमताओं के बल पर कूद रहा है और भारत को परमाणु हमले की गीदड़भभकी दे रहा है।
भारत के पास कितने परमाणु हथियार?
दूसरी तरफ भारत न केवल परमाणु हथियारों की संख्या के मामले में पाकिस्तान से आगे है बल्कि मारक क्षमता के मामले में उससे तीन गुना ज्यादा हैसियत और ताकत रखता है। पाकिस्तान जहां 1998 से परमाणु संपन्न देश बन सककता है, वहीं भारत 50 से ज्यादा वर्षों से परमाणु संपन्न देश बना हुआ है। भारत ने पहली बार 1974 में ही परमाणु हथियारों का परीक्षण कर लिया था। इसके बाद भारत तभी दुनिया का छठा परमाणु हथियार रखने वाला देश बन गया था। सेंटर फॉर आर्म्स कंट्रोल एंड नॉन प्रोलिफरेशन के अनुसार भारत के शस्त्रागार में 10 से 40 किलोटन हथियार हैं। 2022 तक देश में परमाणु हथियारों की संख्या 160 थी, जो 2024 तक बढ़कर करीब 180 से ज्यादा हो चुकी हैं।
पाक से तिगुना ताकतवर हिन्दुस्तान
पाकिस्तान के मुकाबले मारक क्षमता की बात करें तो भारत पुराने हो चुके मिराज 2000एच/आई, जगुआर आईएस/आईबी और संभावित रूप से फ्रांस निर्मित राफेल विमानों के माध्यम से लगभग एकसाथ 48 परमाणु हथियार गिरा सकता है। मिराज 2000एच/आई, जगुआर आईएस/आईबी को 1980 के दशक की शुरुआत में तैनात किया गया था जिसकी रेंज क्रमशः 1,850 और 1,600 किलोमीटर है लेकिन हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल किए गए लड़ाकू जेट राफेल की रेंज लगभग 2,000 किलोमीटर है। इतना ही नहीं 2022 तक भारत के पास 64 भूमि आधारित मिसाइलें थीं, जिसकी संख्या और बढ़ गई है।