
सरकार को जगाने और जमीनों का मालिकाना हक लेने के लिए लोगों ने जमकर थाली, ताली और कनस्तर बजाए। साथ ही लोगों ने नगर में आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बता दें कि बाजपुर के तहसील परिसर में 500 दिनों से 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि का मालिकाना हक वापस लेने के लिए भूमि बचाओ आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार द्वारा लोगों को मात्र आश्वासन दिए गए हैं। जिससे अब लोगों के सब्र का बांध टूट चुका है। यही कारण है कि भूमि बचाओ आंदोलन के 500 दिन पूरे होने पर लोगों ने आंदोलन स्थल से नगर में आक्रोश रैली निकाली। रैली के दौरान लोगों ने थाली, ताली और कनस्तर बजाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया। साथ ही लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार कुंभकरण की नींद में सोई हुई है। ऐसे में सरकार को जगाने के लिए लोगों द्वारा थाली, ताली और कनस्तर का सहारा लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों को मात्र आश्वासन दिए हैं लेकिन अभी तक लोगों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है। जिससे प्रतीत होता है कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली प्रदेश सरकार बाजपुर के लोगों के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन से लोगों ने सरकार को एहसास करने का काम किया है कि अब यह आंदोलन विकराल रूप धारण करेगा।