मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत रुड़की में पीरबाबा कॉलोनी से रेलवे स्टेशन को जोड़ने के लिए फुट ब्रिज का निर्माण किया जा रहा था। इसका शिलान्यास 2023 में मुख्यमंत्री की ओर से किया गया था। लेकिन शुक्रवार को पुल अचानक गंगनहर में गिर गया।
रेलवे पुल के पास गंगनहर पर चार करोड़ की लागत से बनाया जा रहा निर्माणाधीन फुट ब्रिज बृहस्पतिवार को गंगनहर में गिर गया। गनीमत रही कि दीपावली के चलते मजदूर घर गए थे, काम बंद था। मजदूरों के काम करते समय पुल गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत रुड़की में पीरबाबा कॉलोनी से रेलवे स्टेशन को जोड़ने के लिए फुट ब्रिज का निर्माण किया जा रहा था। इसका शिलान्यास 2023 में मुख्यमंत्री की ओर से किया गया था। 3.97 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल की जिम्मेदारी रुड़की लोक निर्माण विभाग को दी गई थी। हाल ही में दीपावली से पहले गंगनहर बंद होने पर लोनिवि की ओर से निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया था।
संबंधित ठेकेदार ने पुल का ढांचा तैयार करके गंगनहर के ऊपर बांध दिया था। बताया जा रहा है कि 30 अक्तूबर की रात गंगनहर में पानी छोड़ा गया था। 31 अक्तूबर की सुबह करीब 10 बजे निर्माणाधीन पुल गंगनहर में गिर गया। बताया जा रहा है कि पुल का ढांचा कमजोर था और वह पानी का तेज बहाव नहीं झेल पाया। वहीं लोनिवि के अधिकारियों का कहना है कि एक तार खुलने की वजह से हादसा हुआ है।
संबंधित ठेकेदार ने पुल का ढांचा तैयार करके गंगनहर के ऊपर बांध दिया था। बताया जा रहा है कि 30 अक्तूबर की रात गंगनहर में पानी छोड़ा गया था। 31 अक्तूबर की सुबह करीब 10 बजे निर्माणाधीन पुल गंगनहर में गिर गया। बताया जा रहा है कि पुल का ढांचा कमजोर था और वह पानी का तेज बहाव नहीं झेल पाया। वहीं लोनिवि के अधिकारियों का कहना है कि एक तार खुलने की वजह से हादसा हुआ है।
जांच कमेटी गठित
मुख्य अभियंता राजेश चंद्र शर्मा ने पुल क्षतिग्रस्त होने की घटना की प्रारंभिक जांच के लिए समिति गठित कर दी है। समिति में मुख्य अभियंता क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून की अध्यक्षता में गठित समिति में अधीक्षण अभियंता गोपेश्वर व अधीक्षण अभियंता डिजाइन देहरादून को सदस्य बनाया है। समिति से सात दिन में रिपोर्ट मांगी है।
फुट ब्रिज निर्माण में काेई नुकसान नहीं हुआ है। एक तार खुलने की वजह से हादसा हुआ है। सामान पूरी तरह से सुरक्षित है। तीन नवंबर को मजदूरों के वापस आने की उम्मीद है। इसके बाद निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिया जाएगा।
– विपुल सैनी, अधिशासी अभियंता, लोनिवि, रुड़की