उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में बदलाव हो सकता है। सूत्रों की मानें तो धामी सरकार कुछ कैबिनेट मंत्रियों को हटाकर कर नए चेहरे को मौका दे सकती है। भाजपा हाईकमान ने सीएम धामी से कैबिनेट मंत्रियों की परफॉरमेंस की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। भाजपा हाईमान से मुलाकात के बाद सीएम धामी का कहना था कि कैबिनेट विस्तार या बदलाव पर फिलहाल कोई बात नहीं हुई।
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो विधानसभा बैकडोर भर्तियों में एक कैबिनेट मंत्री और पूर्व विधानसभा स्पीकर का जमकर नाम उछला है, जिससे भाजपा की काफी किरकिरी भी हुई है। जबकि, एक कैबिनेट मंत्री का स्वास्थ्य कारणों की वजह कुछ खास परफॉरमेंस नहीं दिखाई दे रहा है। बता दे कि सीएम धामी दिल्ली के दौरे पर हैं। पार्टी हाईकमान ने कैबिनेट मंत्रियों सहित भाजपा के विधायकों की रिपोर्ट मांगी है।
सूत्रों की मानें तो, विधानसभा बैकडोर भर्ती और उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग- यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले पर सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई पर भी सीएम धामी हाईकमान को अपडेट देंगे। पेपर लीक से जुड़े मामले में एसटीएफ (STF) द्वारा अभी तक 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में स्पीकर ऋतु खंडूड़ी की ओर से जांच भी गठित की जा चुकी है। धामी सरकार अगर कैबिनेट मंत्रियों को ड्रॉप करती है तो फिर सीएम धामी के सामने गढ़वाल और कुमाऊं का संतुलन बनाते हुए खाली सीट को भरने का भी दबाव होगा।भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने वाले सीएम धामी हाईमान की हामी के बाद कुछ एक्शन ले सकते हैं।
सीएम धामी और उनके मंत्रियों के विभागो की सूची
सीएम पुष्कर सिंह धामी- गृह, कार्मिक, ऊर्जा, औद्योगिक विकास व खनन, आबकारी समेत 23 महत्वपूर्ण विभाग हैं। इसके अलावा, सीएम धामी के पास, विषयक कार्य, जनसेवा सतर्कता, सुराज, भ्रष्ट्राचार उन्मूलन एवं जनसेव, सचिवालय प्रशासन, सामान्य प्रशासन, नियोजन, राज्य सम्पत्ति, सूचना गृह, कारागार, नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड एवं अर्द्ध सैनिक कल्याण, राजस्व, औद्योगिक विकास एवं खनन, औद्योगिक विकास, श्रम, सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान प्रौद्योगिकी, पेयजल, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा, आयुष, आबकारी, न्याय, आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास, नागरिक उड्डयन और पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग।
सतपाल महाराज- लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, धर्मस्व, पर्यटन, जलागम प्रबंधन और सिंचाई एवं लघु सिंचाई।
प्रेमचंद अग्रवाल- वित्त, वाणिज्य कर, स्टाम्प एवं निबंधन, शहरी विकास, आवास, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनगर्ठन और जनगणना।
गणेश जोशी- कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि विपणन, उद्यान एवं कृषि प्रसंस्करण, उद्यान एवं फलोद्ययोग, रेशम विकास, जैव प्रौद्योगिकी, सैनिक कल्याण और ग्राम्य विकास।
धन सिंह रावत- विद्यालयी शिक्षा (बेसिक और माध्यमिक), संस्कृत शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा और चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा।
सुबोध उनियाल- वन, भाषा, निर्वाचन और तकनीकी शिक्षा।
रेखा आर्या- महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता, मामले, खेल और युवा कल्याण।
चंदन रामदास- समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, परिवहन, लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम और खादी एवं ग्रामोद्योग।
सौरभ बहुगुणा- पशु पालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल और कौशन विकास एवं सेवायोजना।
न्यूज सोर्स – HT