मां के बाद बाप को खोया तो मासूम ने दादा को पालनहार मान लिया। मगर उसी दादा ने मासूम के साथ रेप कर इंसानियत को शर्मसार कर दिया। अब 13 साल की हो चुकी मासूम 7 महीने की गर्भवती है जो जिंदगी और मौत से लड़ रही है। आरोपी दादा को तो पुलिस ने जेल भेज दिया है मगर मासूम के शरीर में हीमोग्लोबिन कम होने के चलते हालत गंभीर बताते हुए चिकित्सकों के पैनल ने गर्भपात से इनकार कर दिया है। बाल कल्याण समिति ने मामले की रिपोर्ट हाईकोर्ट को भेजी है।
हापुड़ जिले के एक गांव में बेटी को जन्म देकर मां की मौत हो गई थी। मासूम का पालन पोषण उसका पिता कर रहा था। परंतु 2 साल पहले पिता की क्षय रोग से मौत हो गई। मां-बाप का साया छूटा तो बिटिया को पिता के फूफा यानि दादा ने अपने पास रख लिया। दादा-दादी के साथ बिटिया बचपन गुजार रही थी, परंतु इस दौरान दादी की मौत हो गई।
पेट के दर्द से खुली दादा की करतूत
पुलिस के अनुसार बिटिया के पेट में दर्द रहने लगा तो दादा बिटिया के ताऊ के घर उसको छोड़कर चला गया। बेटी को लेकर ताई डॉक्टर के पहुंची तो वह गर्भवती थी। इस पर ताई ने एक महीने पहले थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद बाल कल्याण समिति के पत्र पर चिकित्सकों के पैनल ने पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण किया। सात माह का गर्भ होने के कारण मामला बेहद गंभीर बताया गया है। बच्ची के शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा भी काफी कम है।
हाईकोर्ट पहुंची पुलिस
बाल कल्याण समिति के अनुसार विवेचक हाईकोर्ट में पहुंचा है। जहां से दिशा निर्देश मिलने के बाद बच्ची के गर्भ में पल रहे बच्चे को लेकर निर्णय लिया जाएगा। बच्ची की आर्थिक मदद के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को पत्र भेज दिया गया है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अभिषेक त्यागी ने बताया कि 13 साल की बच्ची से रिश्ते का दादा साल भर से रेप कर रहा था। जिसमें बच्ची ने बयान भी दिए हैं। बच्ची की हालत गंभीर है। बच्ची की आर्थिक सहायता के लिए लिखा है जबकि डॉक्टरी के समय स्पोर्ट पर्सन के आदेश कर दिए हैं।
बहादुरगढ़ थाना प्रभारी अरविंद ने बताया कि थाना इलाके के गांव में रेप से पीड़ित बच्ची के आरोपी रिश्ते का दादा जेल जा चुका हैं। 7 माह के गर्भ के विषय में अभी हाईकोर्ट ने कोई आदेश नहीं दिया है।