यूपी उपचुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर हुआ है। भाजपा ने यह सीट न सिर्फ 31 साल बाद जीती बल्कि मुस्लिम बहुल सीट पर सपा की जमानत जब्त हो गई है। यहां के रिजल्ट ने राजनीतिक विश्लेषकों को भी हैरान कर दिया है। सवा दो लाख वोटों में से पौने दो लाख वोट अकेले भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ठाकुर ने झटक लिया है।
यहां के चुनाव की एक खास बात और थी। 60 प्रतिशत से ज्यादा मुस्लिम आबादी वाली इस सीट पर 12 में से 11 प्रत्याशी मुसलमान थे। केवल भाजपा के रामवीर ही हिन्दू प्रत्याशी थे। इस जीत के पीछे तो वैसे कई कारण माने जा रहे हैं। सबसे बड़ा कारण रामवीर का मुसलमानों के बीच लगातार प्रचार करना और जिस टोपी को लेकर भाजपा निशाना साधती रहती है, रामवीर का उसी टोपी को पहनकर प्रचार करना शायद काम कर गया है।
कुंदरकी सीट पर 20 नवंबर को हुई वोटिंग में प्रतिशत के हिसाब से देखें तो सभी नौ सीटों में सबसे ज्यादा मतदान हुआ था। यहां ईवीएम में 2 लाख 21 हजार 999 और पोस्टल से 98 वोट यानी कुल 2 लाख 22 हजार 97 वोट पड़े थे। इसमें से भाजपा के रामवीर सिंह को अकेले 1 लाख 70 हजार 371 वोट मिले हैं। पोस्टल बैलट से हुए 98 वोटों में भी रामवीर को सबसे ज्यादा 68 वोट मिले हैं। इसका साफ मतलब है कि सरकारी कर्मचारियों ने भी उन्हें ही सबसे ज्यादा पसंद किया है।
रामवीर ने जहां सवा दो लाख में से पौने दो लाख वोट झटक लिये, वहीं सपा के मोहम्मद रिजवान को केवल 25 हजार 580 वोट ही मिल सके। इस तरह भाजपा के रामवीर ने सपा के रिजवान को 1 लाख 44 हजार 791 वोटों से हरा दिया है। तीसरे नंबर पर चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी रहे। उन्होंने 14194 वोट हासिल किए हैं। ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के मोहम्मद वारिश चौथे नंबर पर रहते हुए 8111 वोट पा गए।
भाजपा की क्या थी रणनीति
मुरादाबाद और संभल इलाके में हिंदुओं की तरह मुस्लिम में भी अलग-अलग जातियां है। कुंदरकी सीट पर 60 प्रतिशत से ज्यादा करीब 62 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं। जिनकी संख्या डेढ़ लाख के करीब है। यहां करीब 40 हजार तुर्क मुसलमान हैं। वहीं 1 लाख 10 हजार के करीब अन्य मुस्लिम जातियां है। कुंदरकी में मुस्लिम राजपूत मतदाताओं की संख्या करीब 45 हजार है। भाजपा का पूरा जोर तुर्क और राजूपत मुसलमानों को साधने और अन्य में वंटवारे पर ज्यादा रहा। इसी का असर अब रिजल्ट में दिखाई दे रहा है।
ऐसे बदला माहौल
भाजपा और सीएम योगी का पूरा जोर मुस्लिमों की राजपूत आबादी को अपने पाले में लाने पर रहा। यूपी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली भी रामवीर ठाकुर के समर्थन में मुसलमानों की बैठक कराते रहे। खुद रामवीर जालीदार टोपी लगाकर मुस्लिम नेताओं के बीच घूमते रहे। इसे लेकर अखिलेश यादव ने निशाना भी साधा था। अखिलेश ने वोट के लिए भेष बदलने की बात कही थी।