सीएम धामी पर आखिर बुक्सा समाज की महिलाओं ने क्यों लगाया भेदभाव का आरोप…

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बुक्सा समुदाय के लोगों ने सड़क दुर्घटना के दौरान सरकार से आर्थिक मदद न मिलनेे व बुक्सा जनजाति को अनदेखा करने का आरोप लगाते हुये उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के खिलाफ महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की। महिलाओं ने बताया कि 26 मार्च 2022 को बाजपुर के ग्राम भीकमपुरी और ढाकी के बुक्सा जनजाति की महिला पुरुष मजदूरी कर घर लौट रहे थे कि अचानक ग्राम विक्रमपुर में मजदूरों से भरी ट्रेक्टर ट्राली पलट गई। जिसमें मौके पर दो महिलाओं की मृत्यु हो गई थी और 80 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, 29 दिन बाद इलाज के दौरान एक और महिला की मृत्यु हो गई थी।

महिलाओ ने बताया कि कुछ का अभी भी इलाज जारी है। इस घटना का निरीक्षण एसडीएम बाजपुर, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और विधायक ने भी किया। महिलाओं ने कहा कि सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित लोगों की फाइल बनाकर शासन, प्रशासन को दे दी और परन्तु आज तक इन पीड़ितों को आर्थिक सहायता नहीं मिली। जिसको लेकर बुक्सा समाज के लोगों में अभी भी रोष व्याप्त है।

उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ हाल ही में किच्छा के निकट उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर हुई घटना का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाथों हाथ संज्ञान लेकर मृतकों के परिवारों को 2 लाख, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार और साधारण चोट वालो को 25 हजार देने की घोषणा की।

बुक्सा समाज के लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मदद करने की बहुत अच्छी पहल की है पीड़ित की मदद करनी चाहिए, परन्तु भीकमपुरी की घटना को क्यों आज तक अनदेखा किया गया हैं। जिससे साफ जाहिर होता हैं कि बुक्सा समाज के लोगों से भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी से पीड़ितों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। इस मौके पर चैतो देवी, शकुंतला देवी,लीला देवी,रामवती,सावित्री देवी,किरन, गीता,मुनिया,दस्सो, सीता देवी सहित काफी संख्या में महिलायें शामिल थी ।

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