उत्तराखंड में शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। जहां एक शिक्षक द्वारा स्कूली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। छेड़छाड़ का मामला सामने आने के बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि रुद्रप्रयाग में स्कूली छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। जबकि शिक्षक के खिलाफ जांच भी बैठा दी गई है। विद्यालय प्रबंधन समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी से इस संबंध में शिकायत की गई थी। जखोली विकास खंड के भरदार पट्टी के राउप्रावि बांसी में तैनात शिक्षक पर विद्यालय प्रबंधन समिति ने छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया। इसकी शिकायत विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने शिक्षा विभाग को दी। जिसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया और कार्यवाही शुरू की।
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक शिक्षा) नागेन्द्र बर्तवाल ने बताया कि स्कूल की विद्यालय प्रबंधन समिति ने शिक्षक के खिलाफ शिकायत पत्र दिया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सहायक अध्यापक स्कूल में छात्राओं के साथ छेड़खानी करते हैं। जिससे छात्राओं में डर का माहौल बना रहता है और छात्राएं बार-बार इसकी शिकायतें भी कर रही हैं। जिला शिक्षा अधिकारी नागेन्द्र बर्तवाल ने कहा कि शिकायत पत्र का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से उक्त सहायक अध्यापक को सेवाओं से निलंबित कर उप शिक्षा कार्यालय जखोली से अटैच कर दिया गया है। विभागीय जांच पूरी होने के बाद शिक्षक पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
निलम्बित अध्यापक अपनी उपस्थिति कार्यालय उप शिक्षा अधिकारी जखोली में देंगे तथा इस आशय का प्रमाण पत्र देंगे कि वह किसी अन्य सेवा योजन, व्यापार वृत्ति, व्यवसाय में नहीं लगे हैं। निलम्बन के दिनों में प्राप्त वेतन के आधार पर अन्य प्रतिकर भत्ते भी निलम्बन काल में इस शर्त पर देय होंगे कि संबंधित कर्मचारी द्वारा उन मदों में वास्तव में व्यय किया जा रहा है, जिनके लिए प्रतिकर भत्ते अनुमन्य हैं।