भारतीय जनता पार्टी भले ही एकजुट का नारा देती है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में आपसी मतभेद लगातार सामने आ रहा है। यही कारण है कि ग्राम प्रधान के उपचुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। जिससे राय सिख समाज के लोग भाजपा के नेताओं से काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं।
भाजपा पार्टी को बाजपुर के केलाबनवारी ग्राम सभा में हुए उपचुनाव में बड़ा झटका लगा है। इस सीट पर भाजपा मंडल अध्यक्ष बिट्टू चौहान व जिला मंत्री विकास गुप्ता ने पूरे दमखम के साथ मंडल के उपाध्यक्ष सोनू राठौर की रिश्तेदार ज्योति को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी भाजपा के ये दिग्गज भाजपा की प्रत्याशी को चुनाव में जीत दिलाने में असमर्थ रहे हैं।
हालांकि मंडल अध्यक्ष बिट्टू ने भाजपा के ही कुछ लोगों पर पार्टी के साथ दगा कर ज्योति को चुनाव हरवाने का काम करने का आरोप लगाया है। इन आरोपों के बीच भाजपा का वोट बैंक माना जाने वाला राय सिक्ख समाज भी खुश नहीं है। केलाबनवारी के राय सिक्ख समाज के लोगों का कहना है कि इस छोटे से उपचुनाव के कारण भाजपा के नेताओं ने यहां जिस तरह उनके समाज को दरकिनार किया है उसका खामियाजा अब भाजपा को आने वाले चुनावों में मिलेगा। अगर ऐसा हुआ तो फिर लोकसभा चुनाव में भी इसका असर देखने को मिल सकता है।
467 मतों से जीती रायसिक्ख समाज की हरजिंदर कौर
केलाबनवारी प्रधान पद पर राय सिक्ख समाज की निर्दलीय महिला प्रत्याशी हरजिंदर कौर को 762 मत मिले तो वहीं भाजपा समर्थित प्रत्याशी ज्योति को 295 मत मिले। इस तरह हरजिंदर कौर ने 467 मतों से ज्योति को हरा दिया। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा नेता एवं टांडा अमीचंद के प्रधान महेश राठौर इनके साथ देखे गये। महेश राठौर ने इस चुनाव में हरजिंदर कौर को अपना समर्थन दिया था।