विश्वविख्यात कवि कुमार विश्वास आज अपने माता पिता पत्नी और बेटी के साथ हरिद्वार हर की पौड़ी पहुंचे। यहाँ उन्होंने माँ गंगा की आरती में शिरकत की इस दौरान निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी और श्री गंगा सभा के पदाधिकारी भी मौजूद रहे कुमार विश्वास ने एक भजन भी सुनाया।
कवि कुमार विश्वास का कहना है कि यह मेरे पुण्यो का उदगम है कि अपने माता पिता के साथ जो मैंने विश्वविद्यालय बनाने का संकल्प लिया है। उसके लिए बाबा बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन किए और बाबा से अनुमति लेने के लिए मैं गया था, जिसके बाद हरिद्वार की हरकी पौड़ी पर गंगासभा के सौजन्य से गंगा आरती मे पुण्य प्राप्त करने का शोभाग्य प्राप्त हुआ।
कुमार विश्वास का कहना है कि गंगा कोई नदी नहीं है बल्कि भारत की संस्कृति की रेखा है जिसके दोनों किनारो पर ये देश स्तंभित होता है।