गर्जना न्यूज : बाजपुर के 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि के भूमिधरी अधिकारों को लेकर तहसील परिसर में चल रहे भूमि बचाओ आंदोलन में जहां एक तरफ आंदोलनकारी भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों पर मंथन करने में जुटे हैं, वही आज आंदोलन के समर्थन में पंजाब सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री, पूर्व सांसद व वर्तमान विधायक कपूरथला राणा गुरजीत सिंह पहुंचे।
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इस दौरान गुरजीत सिंह राणा ने कहा कि भाजपा सरकार को जनहित में बाजपुर भूमि पीड़ितों को उनका हक वापस देना चाहिए। इस अन्यायपूर्ण निर्णय से आधा शहर व बीस गांव के हजारों परिवार प्रभावित है और वह किसी न किसी तरीके से अपना गुजर बसर कर रहे है। वही उन्होंने कहा कि उसी जमीन पर किसानों, मजदूरों, व्यापारियों की तीसरी पीढ़ी इस समय काबिज है अतः सरकार को शीघ्र अति शीघ्र किसानों के इस मुद्दे को हल करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा की सरकार अपने आप में बहुत कुछ होती है सरकार चाहे तो कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर इस मुद्दे को हल कर सकती है किसानों मजदूरों व्यापारियों को बर्बाद होने से बचा सकती है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को बाजपुर के 20 गांव के किसानों मजदूरों व्यापारियों को यथाशीघ्र उनके छीने गए भूमिधरी अधिकार वापस करने चाहिए। वही आज क्रमिक अनशन पर महेंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह, सुबेग सिंह, तरनजीत सिंह, जगदीप सिंह बैठे।
वही आंदोलन स्थल पर भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा, भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा, किसान नेता जनकवि बल्ली सिंह चीमा, आयोजक राजनीति सिंह सोनू, भारतीय किसान यूनियन के कुमाऊ मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा, दलजीत सिंह रंधावा, अजीत प्रताप सिंह रंधावा, बिजेंदर डोगरा, विवेक सूद, दर्शन लाल गोयल, अशोक गोयल, निरंजन दास गोयल, अमरनाथ शर्मा, सनी निंजर, सन्नी खेरा, रणजीत सिंह शाकर, देवेश प्रताप सिंह, रतन बाजवा, निशांत सिंह, मुरारी लाल, सिकंदर सिंह, निशांत सिंह, सुखमीत भुल्लर, बलदेव सिंह, राजकिशोर सिंह, रतन बाजवा आदि किसान मजदूर व्यापारी मौजूद रहे।