पांच करोड़ के फर्जी चेक के मामले में दो बड़े शातिर आरोपी गिरफ्तार किए गए। एसबीआई के कर्मचारियों की सूझबूझ से यह मामला खुल गया।
मुजफ्फरनगर में सिविल लाइन पुलिस ने दो बड़े धोखेबाजों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी पांच करोड़ का फर्जी चेक बैंक में जमा कर भुगतान लेने का प्रयास कर रहे थे।
यह भी पढ़े : https://garjana.in/बच्ची-के-हाथ-पैर-बांध-पहले/
झारखंड के देवधर में एसबीआई की कोर्ट रोड शाखा में सत्संग संस्था का खाता है। इस शाखा का फर्जी पांच करोड़ रुपये का चेक बनाकर मुजफ्फरनगर की भोपा रोड स्थित डीके इंटर प्राइजेज कंपनी के खाते में रकम स्थानान्तरित कराने के लिए मुजफ्फरनगर स्थित रेलवे रोड एसबीआई शाखा में जमा किया गया। जब शाखा के कर्मचारियों ने चेक का निरीक्षण करते हुए सत्संग संस्था के मालिक से वार्ता की तो पता चला कि उनकी संस्था से कोई चेक डीके इंटर प्राइजेज को जारी नहीं किया गया है।
यह भी पढ़े : https://garjana.in/क्या-लेवड़ा-नदी-की-समस्या/
वहीं, चेक फर्जी पाये जाने पर एसबीआई रेलवे रोड मुजफ्फरनगर के शाखा प्रबंधक ने थाना सिविल लाइन पर तहरीर दी। थाना सिविल लाइन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। सत्संग संस्था को पांच करोड़ की हानि से बचा लिया गया।
सीओ सिटी आईपीएस व्योम बिंदल ने बताया कि जांच-पड़ताल के बाद दीपक निवासी शिवपुरी, रेलवे थाना कोतवाली नगर, हापुड़ को गिरफ्तार किया है। वह वर्तमान में गंगा विहार, भोपा रोड थाना नई मंडी, मुजफ्फरनगर में किराए पर रहता था। इसके साथी मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी के आलोक विहार निवासी मोहित को भी पकड़ा, वह भी दीपक के साथ ही किराए पर रहता था। दोनों का चालान कर दिया गया है।