उत्तराखंड में मानवता को शर्मसार कर देने की घटना सामने आई है। जहां मार्ग दुर्घटना में घायल दो युवक सड़क पर जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ते रहे तो वही मौके पर मौजूद उत्तराखंड मित्र पुलिस के जवानों द्वारा समय से घायलों को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र में नहीं पहुंचाया गया। जिसके चलते एक युवक की मौके पर मौत हो गई जबकि दूसरे युवक का स्वास्थ्य केंद्र में उपचार चल रहा है। यह आरोप मृतक के परिजनों द्वारा गड़प्पू पुलिस चौकी के कर्मचारियों पर लगाए जा रहे हैं।
वीडियो देखें : https://youtu.be/iW0xcJ0VktY?si=AsTa_uBOiiTqU5I7
बता दे कि उत्तराखंड पुलिस को मित्र पुलिस का नारा दिया जाता है, लेकिन एक मार्ग दुर्घटना में युवक की मौत के बाद मित्र पुलिस की कार्यप्रणाली पर लोगों द्वारा सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जिसको लेकर लोगों ने उत्तराखंड के डीजीपी को ज्ञापन भेजकर अपने कार्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
मामला 7 जून का है, जहां गडप्पू पुलिस चौकी के समीप एक कार ने बाजपुर के चूना भट्टी निवासी आदर्श और राजीव नगर निवासी अरविंद की स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन समय से घायलों को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती नहीं कराया गया। जिससे आदर्श कुमार की मौके पर मौत हो गई, जबकि अरविंद का स्वास्थ्य केंद्र में उपचार चल रहा है।
वीडियो देखें : https://www.facebook.com/share/v/1hAU2wVn68oeRv98/?mibextid=xfxF2i
पुलिस की लापरवाही की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। जिसके बाद मृतक के परिजनों ने बाजपुर कोतवाली में डीजीपी को संबोधित ज्ञापन पुलिस को सौंपा और लापरवाह पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इस दौरान दलित नेता अनिल वाल्मीकि ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही ने उत्तराखंड मित्र पुलिस के नारे पर धब्बा लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यदि लोगों को पुलिस से न्याय नहीं मिला तो वह न्यायालय की शरण में जाएंगे।