कांग्रेस नेता और केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा है कि अब वह वैसे नहीं रह गए हैं, जैसा कि चुनाव से पहले थे। उन्होंने बुधवार को कहा कि देश के लोगों ने लोकसभा चुनावों में भाजपा को को यह सिखा दिया है कि वह भारत के संविधान को छू नहीं सकती है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी भी अब चुनाव से पहले की तुलना में पूरी तरह से अलग नजर आ रहे हैं।
चुनाव के बाद केरल की अपनी पहली यात्रा पर कलपेट्टा पहुंचे राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा नेताओं ने कहा था कि वे संविधान को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा, “लेकिन चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान के बारे में चापलूसी भरी बातें कहीं। उन्होंने लोगों से यह सबक सीखा है कि आप देश के संविधान को नहीं छू सकते हैं। आज प्रधानमंत्री चुनाव से पहले की तुलना में पूरी तरह से बदल गए हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत का विचार एक-दूसरे के प्रति सम्मान दिखाने में निहित है और सम्मान का प्रतीक भारत का संविधान है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “संविधान हमारे सभी इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की रक्षा करने की गारंटी देता है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दस सालों में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने संविधान पर हमला किया है। उन्होंने कहा, “वे एक समुदाय को दूसरे समुदाय से लड़ाने के लिए संविधान का मसौदा तैयार करना चाहते थे और एक राष्ट्र तथा एक संस्कृति को थोपने का प्रयास कर रहे थे।”
राहुल ने दावा किया कि भाजपा ने अयोध्या सहित उत्तर प्रदेश में अधिकांश लोकसभा सीटें इसलिए खो दीं क्योंकि पार्टी भारत के विचार पर हमला कर रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र से कम अंतर से जीते और भाजपा पूर्ण बहुमत पाने में विफल रही। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार देश को अखंड नहीं रख सकती। इंडिया समूह और कांग्रेस पार्टी भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के “गलत विचारों” को नष्ट करने के लिए लड़ेगी।
उन्होंने कहा, “हम एक मजबूत और जीवंत विपक्ष के रूप में भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। हम आने वाले दिनों में केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे।”