फैक्ट्री में ड्यूटी के दौरान एक सफाई कर्मचारी की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिसे आनन फानन में उपचार के लिए निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान कर्मचारी की मौत हो गई। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन और ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोतवाली में पुलिस को तहरीर दी और कार्यवाही की मांग की।
बता दें कि बाजपुर के ग्राम विक्रमपुर में स्थित एक फैक्ट्री में ड्यूटी के दौरान गदरपुर के ग्राम रोशनपुर निवासी संजीव वाल्मीकि की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिसे फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां बुधवार को संजीव की उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजनों ने देर रात फैक्ट्री गेट के बाहर संजीव के शव को रखकर फैक्ट्री प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया, वहीं हंगामा की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जिसके बाद मृतक के परिजन उत्तराखंड वाल्मीकि दलित समाज सुधार संगठन के अध्यक्ष अनिल वाल्मीकि के नेतृत्व में कोतवाली पहुंचे। जहां मृतक के भाई राजपाल ने फैक्ट्री प्रबंधन और ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोतवाल मनोज रतूड़ी को तहरीर दी और पुलिस से कार्यवाही की मांग की। इस दौरान अनिल वाल्मीकि ने फैक्ट्री प्रबंधन और ठेकेदार पर बेहतर उपचार न दिलाने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि पुलिस कानूनी कार्यवाही नहीं करती है तो सभी लोग कोतवाली में एकजुट होंगे। वहीं कोतवाल मनोज रतूड़ी ने कहा कि मामले में जांच कराई जा रही है और जांच के बाद अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।