दिल्ली के सेक्स बाजार से 14 साल की एक लड़की को आजाद कराया गया है। यह लड़की अनाथ है और उसे जबरन देह व्यापार के इस गंदे धंधे में ढकेल दिया गया। दिल्ली पुलिस और एक गैर सरकारी संस्था ‘मनोबल’ के प्रयासों से अजमेरी गेट के नजदीक स्थित श्रद्धानंद मार्ग में स्थित एक वेश्यालय से इस लड़की को आजाद कराया गया है। 12 जुलाई, 2024 को प्रशासन को सूचना मिली थी कि इस वेश्यालय में इस नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। यह टिप मिलने के बाद पुलिस ने इसपर ऐक्शन लिया।
पुलिस उस वेश्यालय में पहुंची जहां इस नाबालिग का शोषण किया जा रहा था। यहां पहुंचने के बाद डीसीपी सेंट्रल, एम हर्ष वर्धन और उनकी टीम ने पाया कि यह 14 साल की यह नाबालिग लड़की 42 साल की एक महिला अंजली उर्फ मीना के कब्जे में है। मीना श्रद्धानंद मार्ग में ही रहती है। पुलिस ने तुरंत वेश्यालय से नाबालिग का रेस्क्यू किया और उसे एक सुरक्षित शेल्टर में ले गई। NGO के काउंसलर ने भी तुरंत लड़की की काउंसिलिंग की और उसका हालचाल जाना। इसके साथ ही लड़की से यह भी जानकारी मिली कि आखिर वो इस बाजार में पहुंची कैसे?
शुरुआती जांच में पता चला कि कुछ दिनों पहले ओखला के नजदीक जाकिर नगर में रहने वाले एक शख्स अनस ने तस्करी कर लड़की को वेश्यालय तक पहुंचाया। 13 जुलाई को दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में लड़की की मेडिकल जांच की गई और पुलिस ने उसका बयान भी दर्ज कर लिया। इस मामले में पुलिस ने Bonded Labour System (BNS) Act, ITP Act और पॉक्सो ऐक्ट के तहत कमला मार्केट थाने में केस दर्ज कर लिया।
यूपी की रहने वाली है लड़की
यह लड़की उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की रहने वाली है। वो दिल्ली रोजगार की तलाश में आई थी लेकिन यहां आने के बाद वो प्रताड़ना की शिकार हो गई। पुलिस ने तस्करी और नाबालिग को प्रताड़ित करने के आरोप में अंजली उर्फ मीना को गिरफ्तार कर लिया है।