राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। एजेंसी ने प्रतिबंधित माओवादी संगठन के पास से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक आदि की जब्ती को लेकर वर्ष 2021 में एक मामला दर्ज किया था। इसी मामले में बुधवार देर शाम को संगठन के विशेष क्षेत्र समिति सदस्य उदय जी उर्फ राजेश कुमार सिन्हा को बिहार के गया के सुदूर इलाके से शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम और यूएपीए अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में माओवादी परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल के पास से हथियारों और गोला-बारूद के अलावा हथियारों और विस्फोटकों के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले कई आपत्तिजनक लेख और उपकरण आदि से बरामद किया गया था। उदयजी ने परशुराम सिंह को दानापुर में हैंड ग्रेनेड के निर्माण के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन हैंड ग्रेनेड को यहां तैयार करके बूढ़ापहाड़ में नक्सली जत्थे को सप्लाई किया जाता था।
एनआइ की जांच में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआइ (माओवादी) को हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति करने की एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ था। दिसंबर 2021 में एनआइए ने पांच आरोपी व्यक्तियों, अर्थात् परशुराम सिंह, संजय सिंह, राकेश कुमार, प्रेम राज उर्फ गौतम और मोहम्मद बदरुद्दीन के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। केंद्रीय समिति के एक अन्य सदस्य मिथिलेश मेहता उर्फ मिथिलेश वर्मा को गिरफ्तार करके जून 2022 में जेल भेज गया था। इस मामले की अभी जांच जारी है।
आज बिहार को गोपालगंज में एनआईए की कार्रवाई चल रही है। गोपालगंज से लॉरेंस विश्वनोई गैंग के दो गुर्गों की गिरफ्तारी ऑस्ट्रिया मेड हथियारों के साथ की गई है। इस मामले में उच्चस्तर पर कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार गुर्गों का कनेक्शन झारखंड के अमन साहू गिरोर से हैं। एनआईए इस कनेक्शन को खंगाल रही है।